हाजी स्वीट हाउस पर मुकदमे के बाद भी कार्रवाई शून्य!

22 बच्चों के बाद, लालबाग निवासी तीन और लोग लड्डू खाकर हुए बीमार

हाजी स्वीट हाउस पर मुकदमे के बाद भी कार्रवाई शून्य!

  • जांच का हवाला देकर स्थानीय पुलिस और फूड सेफ्टी टीम हाथ पर हाथ धरे बैठी
  • जानकारों का मत, प्राथमिक कार्रवाई के तहत स्वीट हाउस का कारखाना सीज होना चाहिये

लखनऊ। राजधानी के थाना बाजार खाला क्षेत्र निवासी व पीड़ित मोहमद यासिर ने हाजी स्वीट हाउस पर यह आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया कि इस स्वीट हाउस  के बने लड्डू खाकर उसके परिवार के लगभग 22 लोग बीमार पड़ गए थे जिन्हें फौरन बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से कुछ को प्राथमिक उपचार मिलने के बाद रिलीव कर दिया गया था, जबकि कुछ की स्थिति काफी देर तक गंभीर बनी रही। इसके बाद इसको लेकर पीड़ित की तहरीर पर बाजार खाला थाने में उक्त स्वीट हाउस के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई। वहीं प्रथम दृष्ट्या माने तो एक तरह से फूड प्वाइजनिंग से जुडेÞ इस घटनाक्रम में बडेÞ पैमाने पर किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई।

मगर इस बीच यह सवाल उठना लाज़िमी है कि आखिर स्थानीय पुलिस टीम ने आरोपी पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। इस मामले में तरूणमित्र टीम ने थाना प्रभारी निरीक्षक बाजारखाला से बातचीत की तो उनका कहना रहा कि पीड़ित मोहमद यासिर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करते हुए फूड विभाग द्वारा हाजी स्वीट हाउस की मिठाइयों के सैम्पल इकठ्ठा कर लिये गये हैं जिनकी जांच में लगभग एक माह का समय लगता है। आगे कहा कि जब खाद्य विभाग की जांच टीम द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजी जाएगी, तब तक कइस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है। वैसे बता दें कि उपरोक्त घटनाक्रम के बाद बीते शनिवार देर रात लालबाग ऑफिसर्स कॉलोनी के एक परिवार ने ऑनलाइन ऑर्डर के जरिये हाजी स्वीट हाउस के ही वही वाले लड्डू मंगाये थे, जिसे खाकर इन लोगों की भी तबियत बिगड़ गई थी।

यानी कुल मिलाकर यही कहा जा सकता है कि जिन मिलावटी कहें या फिर कुछ और...हाजी स्वीट हाउस के जिन लड्डुओं की जांच को लेकर स्थानीय पुलिस टीम और एफएसडीए टीम हाथ पर हाथ धरे बैठी है, यदि इसी क्रम में इनको खाकर एक-एक करके लोग बीमार पड़ते गये तो इस चुनावी माहौल में यदि कोई अनचाही तौर पर जान-माल की हानि हो गई तो यही सरकारी सिस्टम जाग जायेगा और उक्त मिठाई प्रतिष्ठान संचालक के खिलाफ त्वरित कार्रवाई कर डालेगा।

वहीं दूसरी तरफ उक्त स्वीट हाउस इन घटनाओं के बावजूद अभी भी बिना किसी बेहतर रखरखाव या फिर फूड सेफ्टी गाइडलाइन के धड़ल्ले के साथ ऐसे ही अपने चार घंटे वाले डेटलाइन का गाना गाकर हर खासोआम को अपनी शर्तों पर लड्डू बेच रहा है। वहीं फूड सेफ्टी जानकारों की मत है कि जब इतनी बड़ी संख्या में एक साथ बच्चे संक्रमित हो जाये तो प्राथमिक कार्रवाई के तहत उक्त स्वीट हाउस के कारखाने को तो सील कर देना चाहिये।

Tags: lucknow

About The Author

Latest News