PM नरेंद्र मोदी ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, नीतीश का आया नम्बर

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने COVID-19 के टीके की पहली खुराक सोमवार (1 मार्च, 2021) को ली। नई दिल्ली स्थित AIIMS अस्पताल में उन्होंने यह टीका लगवाया। टीका लगवा बोले PM नरेंद्र मोदी-आइए भारत को कोरोना मुक्त बनाते हैं।
बिहार के CM नीतीश भी आज ही पहली खुराक लेंगे।मोदी ने कहा- मैंने एम्स में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है। कोरोना के खिलाफ हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कम समय में वैश्विक महामारी के खिलाफ इस लड़ाई को जो रफ्तार दी है, वह असाधारण है। मेरी अपील है कि जो भी वैक्सीन के लिए योग्य हैं, वे इसे जरूर लगवाएं। आइए, मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाते हैं। मोदी ने भारत बायोटेक-कोवैक्सीन का टीका लगवाया है। पुदुचेरी की नर्स पी निवेदा ने पीएम को टीका लगाया।
बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू चीफ नीतीश कुमार भी आज कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे। वह ऐसे वक्त पर टीका लेंगे, जब उनका जन्मदिन पड़ रहा है। बता दें कि कोरोना टीकाकरण अभियान का अगला चरण 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और अन्य बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए एक मार्च से शुरू हो रहा है और को-विन 2.0 पोर्टल पर पंजीकरण सोमवार सुबह नौ बजे शुरू होगा।बिहार में आम लोगों का टीकाकरण आज से शुरू किया जा रहा है।
केंद्र के फैसले के उलट बिहार के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना का टीका मुफ्त लगेगा। तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए नीतीश सरकार ने रविवार को ऐलान किया। सीएम के साथ उनके डिप्टी सीएम और अन्य मंत्री भी आईजीआईएमएस में जाकर वैक्सीन की पहली खुराक लेंगे। आम लोगों में से 59 साल के ऊपर और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 साल से अधिक के लोगों के लिए 1 मार्च को दिन में 10 बजे से कोविन 2.0 पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। इसके लिए आधार जरूरी किया गया है। विशेष परिस्थिति में सरकार का जन्मतिथि और फोटो पहचान पत्र भी मान्य होगा।बिहार के प्रधान सचिव ने बताया कि एक मार्च को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण होगा।
एक सप्ताह के भीतर टीकाकरण की सुविधा स्वास्थ्य उपकेंद्र पर भी मिलेगी। उनका कहना है कि सरकारी अस्पतालों के साथ राज्य की तरफ से चयनित 50 निजी अस्पतालों में कोरोना टीका मुफ्त मिलेगा। हालांकि केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार निजी अस्पतालों में टीका लेने वालों के लिए प्रति डोज 250 रुपए शुल्क तय किया गया है।
गौरतलब है कि ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने डेवेलप किया है। यह वैक्सीन कोविशील्ड नाम से उपलब्ध है। इसके अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन भी लोगों को दी जाएगी। दोनों को सुरक्षा के मानकों पर सुरक्षित और असरदार पाया गया है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को भेजी गई हैं।