
वाराणसी। बिजली कर्मियों की हड़ताल के पहले ही दिन वाराणसी समेत कई जिलों में बिजली आपूर्ति चरमरा गई। ताजा हालत के बीच दो दिवसीय दौर पर शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेवर तल्ख दिखे। बाबतपुर एयरपोर्ट से मुख्यमंत्री करखियांव के इंटीग्रेटेड पैक हाउस का निरीक्षण किया। इसके बाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ हुई बैठक में सीएम ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी से कहा कि ऐसी व्यवस्था कराएं कि जनता को दिक्कत न होने पाए।
सीएम ने कहा कि अराजकता पैदा करने वाले बिजली कर्मचारियों को सूचीबद्ध करें। बिजली फीडर बंद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सरकार प्रतिवर्ष 20 हजार करोड़ रुपये पावर कॉरपोरेशन को उसका घाटा पूरा करने के लिए देती है।
24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे को ध्यान में रखकर तैयारियों के बाबत अधिकारियों से फीडबैक लिया। निरीक्षण के दौरान पीएम मोदी के हाथों लोकार्पित और शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं की सूची फाइनल की। पीएम 1450 करोड़ की 25 परियोजनाओं लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
किसी कार्य में लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं
सीएम ने कहा कि विकास एवं निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ हर हाल में समय से पूरा कराएं। किसी कार्य में लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएं। अस्सी नदी के पुनरूद्धार के ठोस प्लान बनाने को कहा। बैठक में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के अलावा कई विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद रहे।
बिजली कर्मियों की हड़ताल से व्यवस्था चरमरा गई है। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का वाराणसी, आजमगढ़ और विंध्य मंडल के जिलों में असर है। चंदौली में लगभग 600 गांवों में 30 घंटे से बिजली गुल है। गाजीपुर में शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप है। शहर का प्रकाशनगर, लाल दरवाजा उपकेंद्र दोपहर में पूरी तरह से ठप हो गया। जौनपुर में एक दर्जन मोहल्ले में 15 घंटे से बिजली गुल है।
सोनभद्र में अंबेडकरनगर, ब्रह्मनगर, पुसौली, छपका सहित आसपास के अन्य इलाकों में पूरी रात बिजली बाधित रही। कोन, पन्नूगंज, घोरावल, अनपरा क्षेत्र में भी आपूर्ति ठप रही। आजमगढ़ नगर के मातनपुर फीडर में फाल्ट के चलते 33 घंटे तक आपूर्ति बाधित रही। इससे एक लाख से ज्यादा की आबादी बिजली पानी के लिए परेशान रही। शुक्रवार दोपहर आपूर्ति बहाल हुई। भदोही में इंसुलेटर में गड़बड़ी के कारण 100 गांवों में 20 घंटे तक बिजली गायब रही। प्रभावित जिलों में पानी सप्लाई भी बाधित हुई।