झूठ का पुलिंदा है भाजपा के विकास के दावे: राजीव रंजन

 जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर भाजपा द्वारा पेश किये जा रहे विकास के दावों को झूठ का पुलिंदा बताया. उन्होंने कहा कि एक तरफ देश की जनता की कमर बढ़ती मंहगाई से टूटती जा रही है, दूसरी तरफ भाजपा के नेता देश भर में सरकार के 9 साल पूरा होने का भौंडा जश्न मना रहे हैं. जनता रोजगारों की कमी से त्रस्त है लेकिन भाजपा जश्न में मस्त है. जंतर-मन्तर पर धरने पर बैठी देश की बेटियों पर लाठियां चल रही है, वहीं भाजपा के नेता तालियां पीट रहे हैं. इनका यह आचरण दिखाता है कि इन्हें जनता की परेशानियों से रत्ती भर भी मतलब नहीं है.

भाजपा को घेरते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता आंकड़ों का पुलिंदा दिखाते हुए जनता को भरमाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जनता के वाजिब सवालों पर इनके मुंह से दो शब्द नहीं फूटते. आंकड़ों का खेल खेलने वाले भाजपा नेताओं को यह जान लेना चाहिए कि आंकड़ों से पेट नहीं भरता. उन्हें युवाओं को बताना चाहिए कि 2 करोड़ सालाना रोजगार देने के उनके वादे का क्या हुआ? उन्हें बताना चाहिए कि कच्चे तेल के दामों में कमी के बावजूद पेट्रोल-डीजल के दाम क्यों नहीं घट रहे हैं? वह उज्ज्वला योजना की लाभार्थी गरीब महिलाओं को बताएं कि उनके रसोई गैस सिलिंडर के दाम उनके बजट से बाहर क्यों जा रहे हैं? क्यों उन्हें फिर से चूल्हे का दमघोंटू धुआं पीने पर फिर से विवश किया जा रहा है?

सवाल जारी रखते हुए जदयू प्रवक्ता ने कहा कि मोदी राज में अदानी की संपत्ति कई गुणा बढ़ गयी लेकिन किसानो की हालत बदतर होती जा रही है.  उन्हें किसानों को बताना चाहिए कि जब आखिर उनकी आमदनी 2022 तक दुगनी क्यों नहीं हुई? मोदी सरकार ने सभी बेघरों को 2022 तक घर देने का वादा किया था. उन्हें बताना चाहिए कि आखिर यह वादा आज तक अधूरा क्यों है?

उन्होंने कहा कि दरअसल भाजपा प्रचार पर जीवित रहने वाली पार्टी है. 9 साल का जश्न भी इनके लिए अपना प्रचार करने का एक बहाना भर है. इस जश्न में फिर से नये जुमले गढ़े जायेंगे और जनता को बरगलाने के लिए नये प्रपंच रचे जायेंगे. लेकिन भाजपा यह जान ले कि जनता उनका असली रंग समझ चुकी है. उनकी कोई चालाकी अब काम नहीं आएगी. जून में बिहार में होने वाले तमाम विपक्षी दलों की महाबैठक के बाद उनकी सभी उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा.