महाबोधि मंदिर में घुसे आतंकि, सुरक्षा बलों के आगे किया सरेंडर

बोधगया, गया। विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में मंगलवार की देर रात अचानक आतंकियों घुसने की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मंदिर परिसर में अफरातफरी का माहौल के बीच स्थानीय पुलिस के साथ बीएमपी के जवानों ने अपना-अपना मोर्चा संभाल लिया। वरीय पदाधिकारियों को सूचित करने के साथ ही आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया गया। इसके बाद आतंकियों के खिलाफ मंदिर परिसर में ऑपरेशन शुरू किया गया। पहले श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने का प्रबंध किया गया। हालांकि ऑपरेशन के बाद पता चला कि यह मॉकड्रिल था।
इसी बीच सूचना के बाद एटीएस की टीम भी वहां पहुंच गयी। जिला पुलिस व एटीएस के अधिकारियों ने जवानों को महाबोधि मंदिर से कुछ दूरी पर अवस्थित बांग्लादेश बौद्ध मंदिर में ब्रीफिंग की। इसी क्रम में इस बात की जानकारी पुख्ता हुई की मंदिर में कितने आतंकी छुपे हुए हैं और सभी किस-किस एरिया में मूवमेंट में है। आतंकियों की क्या डिमांड है और वह किस तरह के हथियारों और विस्फोटकों से लैस हैं। फुलप्रूफ जानकारी के बाद आतंकियों से संपर्क का प्रयास करते हुए एटीएस के जवानों ने महाबोधि मंदिर को चारों ओर से घेर लिया और किसी तरह मंदिर में प्रवेश करने की जुगत लगाने लगे।
मशक्कत के बाद मंदिर की नजरी नक्शा के सहारे एटीएस की टीम मंदिर परिसर में दाखिल होने में सफल रही। एटीएस की टीम आतंकियों को पकड़ने के लिए जैसे-जैसे करीब पहुंचती वैसे-वैसे आतंकी भी अपना लोकेशन बदलते रहे। हालांकि एटीएस के अधिकारी व जवानों के आगे आतंकी ज्यादा देर नहीं टिक सके। एक-एक कर सभी आतंकियों ने सुरक्षाबलों के सामने अपना घुटना टेक दिया। इसके बाद सभी आतंकियों की मुकम्मल जांच की गई। साथ ही आतंकियों द्वारा बताए गए जगहों से विस्फोटों को बरामद किया गया। लगभग 2 घंटे के ऑपरेशन में रातों रात ही महाबोधि मंदिर को आतंकियों से मुक्त करा लिया गया। हालांकि ऑपरेशन के बाद पता चला कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा के प्रति जवानों की मुस्तैदी को परखने के लिए एटीएस द्वारा मॉक ड्रिल किया गया है।