मुजफ्फरनगर । भारतीय (Budget) किसान यूनियन ने विधानसभा में पेश किये गए यूपी सरकार के बजट (Budget) को पूरी तरह से नकार दिया। भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा किसान नेता चौ. राकेश टिकैत ने साफ किया कि लोक संकल्प पत्र में किसानों के लिए किये गए कई वायदों को सरकार भूल गई।
उन्होंने कहा कि बीजों का वितरण सरकार सही से न तो पूर्व में करा पाई है। कहा कि बीज वितरण नीति आम किसान की पहुंच से बहुत दूर रह जाती है। इसका सरलीकरण होना चाहिए। जिससे आम किसान इसका फायदा उठा सकें।
उन्होंने किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दिये जाने के वायदे का बजट में कोई जिक्र न किये जाने पर भी नाराजगी जाहिर की। भाकियू नेता ने बजट में 14 दिन से अधिक पर ब्याज सहित गन्ना भुगतान किये जाने की व्यवस्था न करने पर भी निराशा जाहिर की।
चौ. राकेश टिकैत ने बजट पर कहा कि इसमें किसानों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की गई। उन्होंने कहा कि किसानों को बजट से काफी उम्मीदे थी। यह किसानों के लिए आधा-अधूरा बजट साबित हुआ। कहा कि किसान संकल्प पत्र में किसानों से किये वायदे पूरे नहीं किये गए।
चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने किसानों को गन्ना भुगतान 14 दिन में सुनिश्चित कराने और देरी से होने वाले भुगतान के लिए चीनी मिलो से ब्याज वसूल करते हुए किसानों को उसके भुगतान करने जैसे वायदे लोक संकल्प पत्र में किए थे।
उनमें गेहूं खरीद के लिए निर्धारित किए गए क्रय केंद्रों की संख्या 2020-21 के मुकाबले 188 घटाई गई है, और प्रदेश सरकार गेहूं खरीद के अपने निर्धारित लक्ष्य से बहुत दूर नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि 2020 में सरकार ने 35.74 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की थी।