
टीम गठित कर जांच करने के दिये निर्देश
लखनऊ। राजधानी में फैले ट्रामा के ड्रामा पर शिकंजा कसने के लिए सीएमओ ने गुरूवार टीम गठित कर निजी अस्पतालों का निरीक्षण करवाया।
जिसमें अधिकतर अस्पताल बिना मानक के पाये गये। टीम ने उन्हें 24 घंटे के अंदर जवाब दाखिल क रने नोटिस थमा दी।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि अब तक जितने भी अस्पतालों को नोटिस जारी की गई क्या वह अस्पतालों में मानक का सुधार किया गया।
अनधिकृत रूप से चल रहे निजी अस्पताल की शिकायत को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने संज्ञान लेते हुए जांच टीम गठित कर दी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने हरदोई रोड स्थित गैलेक्सी अस्पताल, अंधे की चौकी के पास स्थित अल्फा अस्पताल एंड मैटरनिटी सेंटर,
ठाकुरगंज स्थित रेवांता अस्पताल, दुबग्गा स्थित तुलसी, काइन्ड अस्पताल और अर्श अस्पताल पर तुरंत ही कार्रवाई करने के क्रम में
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एपी सिंह, डा. रवि पांडे, डा. निशांत निर्वाण और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के परामर्शदाता
डा. आरके चौधरी की संयुक्त टीम बनाकर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। चार स्वास्थ्य अधिकारियों की
संयुक्त टीम ने बृहस्पतिवार को ही उपरोक्त छह अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया । निरीक्षण में तुलसी अस्पताल में
बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण और आग बुझाने की उचित व्यवस्था नहीं थी इसके साथ ही अस्पताल में गंदगी थी , इमर्जेंसी में दवाओं की अनुपलब्धता थी जबकि
मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट उपलब्ध नहीं थे। हरदोई रोड स्थित गैलेक्सी अस्पताल में निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट अनुपस्थित था
बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की उचित व्यवस्था नहीं थी। इमर्जेंसी में आकस्मिक जीवन रक्षक दवाएं नहीं थी ओटी रजिस्टर एवं लेबर रूम रजिस्टर सही से भरा नहीं था।
आग बुझाने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं पायी गई। इसी तरह अंधे की चौकी के पास स्थित अल्फा अस्पताल एंड मैटरनिटी सेंटर में औचक निरीक्षण के दौरान
आग बुझाने की समुचित व्यवस्था का अभाव मिला। इसके अलावा अस्पताल में बायो मेडिकल वेस्ट, प्रदूषण का उचित निस्तारण नियामुनसार नहीं किया जा रहा है।
अस्पताल में संचालित मेडिकल स्टोर का लाइसेंस टीम को नहीं दिखाया गया और अस्पताल में इमर्जेंसी ट्रे एवं जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध नहीं है।
दुबग्गा स्थित काइन्ड अस्पताल में निरीक्षण के दौरान पंजीकृत चिकित्सक, ड्यूटी पर उपस्थित नहीं मिला। अस्पताल में इमर्जेंसी ट्रे एवं दवाएं उपलब्ध नहीं थी।
बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की उचित व्यवस्था नहीं पायी गई। निरीक्षण के दौरान दुबग्गा स्थित अर्श अस्पताल बंद मिला
जबकि ठाकुरगंज स्थित रेवांता अस्पताल में जहां बायो मेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण की व्यवस्था का अभाव मिला।
वहीं कमियाँ पाए जाने पर उपरोक्त अस्पतालों को नोटिस देते हुए कार्रवाई की चेतावनी देकर 24 घंटे के अंदर अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिए।