युवाओं को खोखला करता नशे का साम्राज्य

किशनगंज। जिला के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में इन दिनों नशा करते हुए युवाओं में देखा जा रहा है। यह कहना उचित होगा कि सीमांचल को उड़ता पंजाब फिल्म की तर्ज पर देखा जा सकता हैं। नशा के कारोबारियों का वर्चस्व इतना बढ़ गया है कि अब ठाकुरगंज के युवाओं को धीरे-धीरे नशे की लत लगवा कर नशे की चपेट में ले रहे हैं।

नशे के सौदागरों द्वारा सीमा पार से आने वाले नशिले पदार्थ को अब युवाओं को ही नहीं बल्कि स्कूली छात्र छात्राओं को भी दिया जा रहा है और धंधा करने वाले मोटी कमाई कर रहे हैं। कोरेक्स जैसे नशीले पदार्थ भारी मात्रा में पकड़े जा रहे है। नशा कारोबारियों की धरपकड़ भी तेज हो गई है। हालांकि बिहार में शराब एवं गुटखा पर बैन लग चुका है फिर भी खुलेआम दुकानों में गुटके बेचे जा रहे हैं। बिहार पुलिस एवं मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है फिर भी नशे के कारोबारियों को किसका संरक्षण प्राप्त है जो खुलेआम नशा का धंधा फल फूल रहा है यह जांच का विषय है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व दिनों में ही पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिला में किशनगंज जिले के शाह जमाल को करीब करोड़ों की मादक पदार्थ एवं कैश, एक लग्जरी कार के साथ पश्चिम बंगाल पुलिस ने धर दबोचा था। पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद ठाकुरगंज थानाध्यक्ष सतीश कुमार हिमांशु ने एनडीपीएस एक्ट के तहत ठाकुरगंज कांड संख्या 34/23, 37/23, कुर्लीकोट थाना कांड संख्या 43/21 में फरार चल रहे विकास पंडित को गुप्त सूचना के आधार पर तीन पुलिस पदाधिकारी जिसमें पीएसआई विपिन कुमार, एएसआई अजय कुमार और विपिन कुमार सिंह सहित कई पुलिस बल के सहयोग से छापेमारी के पश्चात गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि इस दौरान उसके पास से पुलिस सामान बरामद नहीं कर पाई। जिसके पश्चात शारीरिक जांच के उपरांत न्यायिक जांच के लिए भेज दिया गया।