
10-10 किलोमीटर दूर ठंडियो में सहकारी समिति से खाली हाथ लौट रहे हैं किसान
बस्ती (कुदरहा) – डीएपी की किल्लत से किसान परेशान है एक से दूसरी समिति और एक से दूसरी दुकान तक पूरे दिन दौड लगाने के बाद भी खाद नहीं मिली है | हर जगह यही कहा जाता है कि डीएपी आयी तो थी लेकिन खत्म हो गई | न्याय पंचायत बानपुर में स्थित पसडा सहकारी समिति तो ज़र्जर हो गयी है लेकिन सचिव किसी तरह से प्राईवेट रूम लेकर डीएपी वितरित करते हैं यहाँ भी पिछले 10 दिनो से डीएपी नहीं है किसान डीएपी के लिए दिन रात बैचेन है अगर समय से डीएपी नहीं मिली तो खेतो की नमी गायब हो जाएगी और गेहू की बुआई पिछड जाएगी | सहकारी समितियों पर डीएपी कब आए इस आस में समितियों का चक्कर लगा लगा के किसान थक जा रहे हैं किसान केदार ने बताया कि इस समय सरसो, मटर, के साथ ही गन्ने की बुआई होनी है इसके लिए डीएपी, एनपीके खाद की आवश्यकता है समितियों पर खाद नहीं है सिषई बाबू के किसान शिवराम का कहना है कि डीएपी की किल्लत से वह परेशान है कई दुकानों पर गए लेकिन कही खाद नहीं मिली कचनी के किसान पिंटू का कहना है कि डीएपी नहीं मिल पा रही है प्राईवेट दुकानदार कीमत से 200 रूपये ज्यादा मंहगे मे बेंच रहे हैं असली या नकली का पता हि नहीं चल रहा है | बन्नी के किसान रंजीत यादव का कहना है कि बिना डीएपी के कैसे बुआई करे, कबरा के किसान संजय राव का कहना है कि पहले बाढ ने सबकुछ तबाह कर दिया अब खाद की कमी से खेती पिछड रहीं हैं |