देश में 1 अक्टूबर से शुरू होगी 5G सर्विस

नई दिल्ली: अब वो घड़ी पास आ गई है. 1 अक्टूबर से 5G सर्विस शुरू हो जाएगी. इसका आयोजन प्रगति में होगा, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉन्च करेंगे. बता दें प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कॉन्ग्रेस में 5G को लॉन्च किया जाएगा. इसके रोल आउट से देश के एविएशन क्षेत्र में कोई दिक्कत नहीं आएगी. इसको लोकर टेलीकॉम मंत्रालय ने टेक्निकल स्टडी कराई है.

बता दें आईआईटी मद्रास की रिपोर्ट के अनुसार पर्याप्त gapping के कारण देश में अमेरिका वाली समस्या नहीं आएगी. टेलीकॉम और नागरिक उड्डयन मंत्रालय लगातार इसके संपर्क में है. आखिरकार ये 5G सर्विस क्या है और इससे आम लोगों को क्या फायदा होगा आइए जानते हैं.

पांचवी पीढ़ी यानी 5G दूससंचार सेवाओं के जरिए कुछ ही सेकेंड्स में मोबाइल और अन्य उपकरणों पर हाई-क्वालिटी वाले लंभी ड्यूरेशन के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है. ये एक वर्ग किलोमीटर में करीब 1 लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा.

यूजर्स को मिलेगा बहुतकुछ!
यह सर्विस सुपरफास्ट स्पीड (4जी से लगभग 10 गुना तेज), संपर्क में होने वाली देरी में कटौती और अरबों एसोसिएट डिवाइसेस को एक्चुअल लाइट में डेटा शेयर करने में सक्षम बनाती है. इसके जरिए 3D होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स एक्सपीरियंस और एजुकेशन एपलीकेशन को नए सिरे से परिभाषित किया जा सकता है.

इंडियन कस्टमर्स को जल्द ही चुनिंदा शहरों में 5जी सेवाएं मिलने लगेंगी और अगले 12-18 महीनों में इसका एक्सपेंशन देखने को मिलेगा. समय के साथ नई तकनीक जीवन के उन अनुप्रयोगों को भी हकीकत में तब्दील कर देगी, जो महज कुछ साल पहले दूर की कौड़ी नजर आते थे.

खरीदारों को मिलेगा ऐसा एक्सपीरियंस
रीटेल सेल्सपर्सन 5जी परिवेश में ऑगमेंटेड रिएलिटी (AR) के साथ काम कर रहे हैं. इसके जरिए खरीदारों को इस तरह का एक्सपीरियंस दिया जा सकता है कि एक नया फर्नीचर उनके घरों में किस तरह नजर आएगा.

एजुकेशन में होगा बदलाव
5जी सर्विस एजुकेशन दिलाने के तरीके को भी बदल सकती है. यहां तक ​​​​कि दूरदराज के क्षेत्रों में भी टीचरों या गेस्ट लेक्चरर को संचालित होलोग्राम के माध्यम से जोड़कर या मिश्रित-वास्तविकता वाली सामग्री को कक्षाओं में प्रसारित करके शिक्षा दी जा सकती है.