नदी का पानी सूखना मुसीबत की घंटी
Wed, 7 Apr 2021

यमुना और चंबल नदी की सहायक नदी की पहचान रखने वाली उटंगन नदी में पानी का जलस्तर बढ़े, इसके लिए किसानों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसरों तक शिकायतें कीं लेकिन उनकी पानी की समस्या का समाधान नहीं हो सका।
किसान कहते हैं कि पूरे वर्ष में एक महीने भी नदी लबालब नहीं रहती है। दो दशक पहले यहां बाढ़ के हालत बन गए थे। जलसंकट विकराल रूप ले रहा है, गांवों के कुएं भी सूख चुके हैं।
सबमर्सिबल और नलकूप के सहारे ही किसानों का जीवन यापन हो रहा है। बड़े किसान नलकूप से घंटे के हिसाब से छोटे किसानों को पानी बेचते हैं।