चैत्र नवरात्र मेला की तैयारी ठप्प

चैत्र नवरात्र मेला के दौरान हर किसी के मन में लालसा रहती है कि पहले भागीरथी में गोता लगाकर मन को शुद्ध कर लूं फिर मां का दर्शन किया जाए। बदइंतजामी का आलम यह है कि धाम की सभी गलियों में कूड़ा फैला हुआ है। नालियां बजबजा रही हैं। टूटी-फूटी नालियों के मरम्मत का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है, जिससे सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है। विध्य कारिडोर के अंतर्गत मकानों का ध्वस्तीकरण जारी है। इससे हर जगह कचरा पटा हुआ है।
मंदिर व घाट तक पहुंचने के लिए कोई भी मार्ग ठीक नहीं है। परिक्रमा पथ के ध्वस्तीकरण का कार्य समाप्त हो गया है, लेकिन श्रद्धालुओं को धूप से बचने के लिए कोई भी प्रबंध नहीं किए गए हैं। मेले की तैयारी को लेकर अब तक कोई भी कार्य शुरू नहीं हो सका है। जिला प्रशासन श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया करा पाता है या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा। सड़कों की हालत तो किसी से छिपी नहीं है।
गलियों में कूड़ों का ढेर व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि इस बार तो लगता है हर बार से भी बदतर व्यवस्था होगी। अमृत योजना के तहत हर जगह पाइन लाइन बिछाया जा रहा है लेकिन इसके खोदे गए गड्ढे को वैसे ही छोड़ दिया जा रहा है। इससे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतें होंगी। साथ ही जाम की समस्या से भी जूझना पड़ेगा। इस समय शहर से होकर विध्याचल जाने वाले मार्ग पर शास्त्री पुल के पास हर रोज जाम की स्थिति देखी जा सकती है।