अप्रैल 2025 में उद्घाटन के लिए तैयार नई पंबन पुल, जो ट्रेन और जहाज दोनों के लिए रास्ता खोलेगा। यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है, जो तकनीक और इंजीनियरिंग का अनूठा उदाहरण है।
2.10 किमी लंबा यह पुल 75 kmph की रफ्तार से ट्रेनें चला सकता है और ₹535 करोड़ में बना है। 72 मीटर लिफ्ट स्पैन के साथ यह बड़े जहाजों को गुजरने का मौका देता है।
CRS रिपोर्ट में डिज़ाइन खामियां, वेल्डिंग दोष और जंग का खतरा उजागर हुआ है वेल्डिंग में गड़बड़ी से पुल की भार क्षमता 36% तक कम हो गई है।
यह पुल रामेश्वरम में तीर्थयात्रा और समुद्री व्यापार को नई ऊंचाई देगा। रेलवे के अनुसार, यह पर्यटन को बढ़ावा देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
इको-फ्रेंडली डिज़ाइन का दावा, लेकिन समुद्री जीवन पर प्रभाव को लेकर सवाल बरकरार। नई संरचना पुराने पुल से 3 मीटर ऊंची बनाई गई है, जिससे समुद्री बाधाएं कम होंगी।
राम नवमी (6 अप्रैल 2025) पर उद्घाटन तय, लेकिन सुरक्षा चिंताओं पर विवाद जारी। रेलवे बोर्ड की जांच जारी है, पर अभी तक कोई बड़ा बदलाव घोषित नहीं हुआ।