फर्ज़ी डॉक्टर ने ली 7 जानें

जनवरी–फरवरी 2025 में, "Dr. N John Camm" नाम के व्यक्ति ने खुद को लंदन-प्रशिक्षित कार्डियोलॉजिस्ट बताकर दमोह (मध्यप्रदेश) के मिशन अस्पताल में इलाज शुरू किया। इस दौरान 12 सर्जरी हुईं, जिनमें 7 मरीजों की मौत हो गई।

सोशल मीडिया पर हड़कंप

फर्जी डॉक्टर के वेरिफाइड X अकाउंट से एक पोस्ट वायरल हुआ — जिसमें योगी आदित्यनाथ की फ्रांस में दंगे रोकने की क्षमता की तारीफ की गई। यूपी CM कार्यालय ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी । बाद में यह अकाउंट फर्ज़ी निकला।

असली अपराधी — नरेंद्र विक्रमादित्य यादव

"जॉन एन. कैम" की असली पहचान निकली — नरेंद्र विक्रमादित्य यादव। इसने फर्जी डिग्रियों, वेबसाइट और सोशल मीडिया के ज़रिए मेडिकल प्रोफेशन में घुसपैठ की। इसके खिलाफ पहले भी किडनैपिंग और धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं।

खुलासा — विदेशी डॉक्टर की सतर्कता

ब्रिटेन के कार्डियोलॉजिस्ट Dr. Rohin Francis ने इस अकाउंट की जांच की। उन्होंने वेबसाइट की भाषाई गलतियाँ, एडिट की गई तस्वीरें, और UK की फर्जी कंपनियों की ओर इशारा किया। इन तथ्यों के ज़रिए फर्जीवाड़ा सामने आया।

NHRC और पुलिस सक्रिय

यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। NHRC (मानवाधिकार आयोग) की टीम ने 7–9 अप्रैल 2025 के बीच दमोह में जांच की। सरकारी "आयुष्मान भारत" योजना के दुरुपयोग पर भी आंतरिक जांच चल रही है।

जब सिस्टम सोता है

अस्पताल ने बिना जांच किए एक अनजान डॉक्टर को ऑपरेशन की इजाज़त दी। "आयुष्मान भारत" जैसी योजनाओं का दुरुपयोग भी सामने आया। इस केस ने मेडिकल सिस्टम की बड़ी खामियों को उजागर किया है।