पिछली सरकारों को अफजल की बीवियां याद रहीं, महारानी ताराबाई नहीं - सहस्रबुद्धे

पिछली सरकारों को अफजल की बीवियां याद रहीं, महारानी ताराबाई नहीं - सहस्रबुद्धे

उदयपुर। कांग्रेस की वोट बैंक को खुश करने की मानसिकता पर लगातार सामने आ रहे भाजपा के बयानी हमलों में मंगलवार को एक और बयान जुड़ गया। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान के प्रदेश चुनाव प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि पिछली सरकारों को अफजल खां की 63 बीवियां याद रहीं, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के बाद श्रीमंत महारानी ताराबाई राजाराम भौंसले का ध्यान नहीं आया। दरअसल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहस्रबुद्ध मंगलवार सुबह उदयपुर में प्रेस से मुखातिब थे। उन्होंने भाजपा के मेनिफेस्टो की चर्चा करते हुए कहा कि संकल्प पत्र में धरोहर संरक्षण को महत्व दिया गया है और ऐसी कई धरोहरें और व्यक्तित्व हैं जिन्हें पिछली सरकारों में महत्व नहीं दिया गया, उन पर भी काम होगा। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि अफजल खां ने शिवाजी राजे से मिलने से पहले घर न लौट पाने की आशंका में अपनी 63 बीवियों का कत्ल कर दिया था। उन बीवियों की कब्रगाह को पिछली सरकारों में संरक्षित स्मारक बना दिया गया, वहीं शिवाजी राजे के बाद नारीशक्ति के रूप में उभरीं महारानी ताराबाई का कहीं जिक्र नहीं किया। सहस्रबुद्ध ने कहा कि राजस्थान को लेकर भी मेनिफेस्टो में पर्यटन को महत्व दिया गया है। यहां के सीमावर्ती गांवों में पर्यटन के द्वार खोले जाएंगे। भाजपा विरासत और विकास के दृष्टिकोण के साथ चलेगी।

उन्होंने कहा कि देश में रहने वाले हर वर्ग की सोच बदली है। अब से पहले यह विचार करना पड़ता था कि महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी का नाम लेने पर वर्ग विशेष से किस तरह का रिएक्शन होगा, लेकिन अब यह मानसिकता बदली है और यही वजह है कि धारा 370 को हटाने, तीन तलाक को खत्म करने के अच्छे परिणाम दृष्टिगत हो रहे हैं। इसी से आगे बढ़ते हुए अब भाजपा ने संकल्प पत्र में समान नागरिक कानून की बात की है सहस्रबुद्ध ने दावा किया कि भाजपा राजस्थान में हैट्रिक बनाकर इतिहास रचेगी। कम वोटिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि वोटिंग कम होने की चिंता पूरे देश और सभी दलों को होनी चाहिए, क्योंकि मतदाता की लोकतंत्र के प्रति उदासीनता चिंता की बात तो है ही; अलबत्ता उन्होंने यह दावा जरूर किया कि भाजपा की सभी सीटों पर बढ़त रहेगी, भाजपा के आंकलन के अनुसार भाजपा समर्थक वोटर्स ने सुबह-सुबह ही वोट कर दिया था। कांग्रेस की जातिगत जनगणना की घोषणा पर उन्होंने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर भी जातिवाद खत्म करना चाहते थे, स्वयं पीएम मोदी ने कहा है कि उनके लिए जातियां सिर्फ चार हैं, गरीब, युवा, अन्नदाता और महिला। हमें जातिवाद की मानसिकता से ऊपर उठना होगा। उन्होंने देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों वाले पूर्व पीएम मनोहन सिंह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस की मानसिकता स्पष्ट है, कांग्रेस वोट बैंक को साधने के लिए किसी भी स्तर पर जा सकती है।

 

 

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