स्वास्थ्य विभाग हीट स्ट्रोक से निपटने को तत्पर: प्रमुख सचिव

स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग की हुई संयुक्त कार्यशाला

स्वास्थ्य विभाग हीट स्ट्रोक से निपटने को तत्पर: प्रमुख सचिव

  • छात्र-छात्राओं को वेक्टर जनित बीमारियों की दी जानकारी
  • 150 से अधिक छात्र-छात्राओं ने किया प्रतिभाग
लखनऊ। वेक्टर जनित बीमारियों के साथ हीट स्ट्रोक से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग रणनीति बनानी शुरू कर दी  है। इसके लिए मंगलवार को राजकीय सैनिक स्कूल में आयोजित स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग की संयुक्त कार्यशाला में प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में वेक्टर जनित बीमारियों के साथ-साथ हीट स्ट्रोक से निपटने के लिए स्वास्थ्य इकाइयां पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के लिए कई गतिविधियां अन्य विभागों और स्थानीय निकायों के सहयोग ले रहा है।
 
 शिक्षा विभाग हमारे सबसे अहम भागीदारों में से एक है। लोगों को गर्मी से संबंधित और वेक्टर जनित बीमारियों से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें, के बारे में स्वयं जागरूक होना होगा और पर्याप्त सावधानी बरतनी होगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में बारह विभाग मिलकर हीट स्ट्रोक और वेक्टर जनित बीमारियों से निपटने के लिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में सहयोग कर रहे हैं। कार्यशाला के दौरान छह इंटर कालेज के 150 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल रही।
 
वहीं  विशेषज्ञों ने विभिन्न संचारी रोगों के लक्षण और बचाव के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। साथ ही छात्रों ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान से संबधित पोस्टर व मनमोहक पेंटिंग प्रस्तुति दी। जिसमें स्कूल के पांच युवा चैंपियन कशिश, अंशिका, वर्षिका, आकांक्षा व प्राची को पुरस्कृत किया गया। ज्ञात हो कि इन्होंने बीते फरवरी में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का नेतृत्व किया था और स्कूल व स्वास्थ्य केंद्र में नुक्कड़ नाटक किए थे। जिसे संयुक्त निदेशक मलेरिया डॉ विकास सिंघल द्वारा सम्मानित किया गया।
 
डॉ सिंघल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग संचारी रोगों की रोकथाम की गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण मंच के रूप में शैक्षणिक संस्थानों की ताकत का उपयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि युवा वर्ग पूरी तरह से जागरूक हो जाएगा तो संचारी रोगों पर अच्छी तरह से काबू पा लेंगे। इसी क्रम में केजीएमयू की कम्युनिटी मेडिसिन की विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका अग्रवाल ने कहा कि यह पहल केवल निवारक उपायों के बारे में नहीं है।
 
यह हमारे युवाओं और उनके समुदायों को उनके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने के लिए सशक्त बनाने के बारे में भी है। यूपी राजकीय सैनिक स्कूल के प्रिंसिपल विनोद कुमार ने कहा कि हम दृढ़ता से महसूस करते हैं।इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ ऋतु श्रीवास्तव, प्रभारी अधीक्षक सरोजिनी नगर सीएचसी डॉ चन्दन, सीफार और पाथ के सदस्य के साथ-साथ कॉलेज के छात्र-छात्रा और शिक्षक उपस्थित रहे।
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