सीएम योगी ने किया संगम नोज का स्थलीय निरीक्षण
पूरी घटना की ली जानकारी
- कहा-षड़यंत्र करने से बाज नहीं आते सनातन धर्म के विरोधी
- मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से भी किया संवाद
- कहा- विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा बजट
महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रयागराज पहुंचे और हेलिकॉप्टर से उतरने के बाद वह सीधे संगम नोज पहुंचे, जहां मौनी अमावस्या को अमृत स्नान पर्व के दौरान दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी थी। मुख्यमंत्री ने यहां महाकुम्भ मेला से जुड़े अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली और श्रद्धालुओं के साथ भी संवाद किया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने एक स्वर में महाकुम्भ के लिए योगी सरकार द्वारा की गईं व्यवस्थाओं और सुविधाओं की सराहना की। प्रयागराज पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले संगम नोज पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने घटनास्थल देखा, जहां मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी।
उन्होंने मेलाधिकारी विजय किरण आनंद और डीआईजी वैभव कृष्ण से पूरी घटना की विस्तृत जानकारी ली। मेलाधिकारी ने उन्हें बताया कि घटना के वक्त क्या हुआ था और किस तरह से तत्काल घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। घटना की जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री ने आगामी बसंत पंचमी अमृत स्नान को लेकर यहां की जा रही व्यवस्थाओं को भी देखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। घटनास्थल का निरीक्षण कर लौटते वक्त मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं से संवाद भी किया। वह बैरिकेडिंग के बहुत करीब जाकर श्रद्धालुओं से मिले और हाल चाल पूछा।
मुख्यमंत्री योगी को अपने करीब पाकर श्रद्धालुओं का उत्साह भी चरम पर था। श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव, जय श्री राम और गंगा मइया की जय जैसे जयकारों से सीएम योगी का अभिनंदन किया। इस बीच कुछ श्रद्धालुओं ने तेज स्वर में मुख्यमंत्री जी के द्वारा महाकुम्भ में की गई व्यवस्थाओं और सुविधाओं को उत्तम बताया। उल्लेखनीय है कि मौनी अमावस्या पर घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर मुख्यमंत्री दुख जता चुके हैं और अपने वक्तव्य के दौरान वह काफी भावुक भी हो गए थे और बात करते करते उनका गला रुंध गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विरोधी लोगों को गुमराह करके सनातन धर्म के खिलाफ षड़यंत्र करने से बाज नहीं आते। ऐसे लोगों से सावधानी रखते हुए संतों के सानिध्य में हमें आगे बढ़ना होगा । सनातन धर्म ही मानव धर्म है। सनातन रहेगा तो मानव धर्म रहेगा।
मौनी अमावस्या के दिन एक बड़ी चुनौती हम सबके सामने आयी। उन स्थितियों में परिवार भाव के साथ खड़े होकर संतों ने पूरे धैर्य के साथ सामना करते हुए उससे उबारने का काम किया। सनातन के विरोधी इस तरह से बातों का प्रसार कर रहे थे, जिससे संतों का धैर्य जवाब दे। संतों ने महाकुंभ के आयोजन को अपना आयोजन माना। मां गंगा के प्रति महाकुंभ के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सकुशल आगे बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 32 करोड़ से अधिक श्रद्धालु यहां आ चुके हैं। यहां की परम्परा व गाथा के बारे में गुणगान कर रहे हैं। यह गुणगान व्यक्ति का नहीं सनातन का है। सनातन धर्म के अभियान को आगे बढ़ाने वाले दो संतों को रामानंद सम्प्रदाय में जगद्गुरू बनाने का कार्य संपन्न हो चुका है। जैसा नाम वैसा ही काम है। कमल दास कमल जैसे मुलायम हैं। कभी किसी के अमंगल के बारे में नहीं सोचते हैं। पूरी सहजता व सरलता के साथ उनका पूरा जीवन सनातन धर्म के लिए समर्पित होकर आगे बढ़ा है। वहीं दूसरे जो सदैव सबको संतुष्ट रखते हैं। सतुआ बाबा को विष्णुस्वामी संतोषाचार्य के रूप में यहां पट्टाभिषेक किया गया है। जहां कहीं सनातन मूल्यों की बात आती है वह खड़े होते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए कहा कि 2025-26 के बजट में भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने और आम नागरिकों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने गए हैं। इस बजट में सरकार ने हर वर्ग, खासतौर पर गरीब, युवाओं और महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है, जो उनकी उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करेंगे। इस बजट में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक कल्याण पर विशेष ध्यान दिया गया है। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह बजट विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा।
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