उप्र चौथे चरण की 13 सीटें, 2019 में भाजपा ने किया था क्लीन स्वीप

उप्र चौथे चरण की 13 सीटें, 2019 में भाजपा ने किया था क्लीन स्वीप

लखनऊ। 18वीं लोकसभा के चौथे चरण के चुनाव में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर 13 मई को मतदान होगा। इन 13 सीटों पर 2019 के चुनाव में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था। भाजपा इस बार पिछला प्रदर्शन दोहराना चाहती हैं, हालांकि इस बार इम्तिहान थोड़ा सख्त जरूर है। 13 में से 10 सीटों पर तो भाजपा जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में है। ऐसे में प्रदेश में चौथे चरण का चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। वहीं, विपक्ष भाजपा के विजय रथ को रोकने की कोशिशों में जुटा है। उल्लेखनीय है कि इस चुनाव में कांग्रेस-सपा का गठबंधन हैं,और बसपा अकेले मैदान में है।प्रदेश की जिन 13 संसदीय सीटों पर चौथे चरण का चुनाव होना है, उनमें शाहजहांपुर (अ0जा0),खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई (अ0जा0), मिश्रिख (अ0जा0), उन्नाव, फर्रूखाबाद, इटावा (अ0जा0), कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच (अ0जा0) शामिल हैं।

2019 में 13 की 13 सीटें भाजपा ने जीती-
पिछले आम चुनाव में शाहजहांपुर (अ0जा0) संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी अरुण सागर ने जीत हासिल की थी। अरुण ने बसपा प्रत्याशी अमर चंद जौहार को 2 लाख 68 हजार 418 मतों से परास्त किया था। 2014 में भी ये सीट भाजपा की कृष्णा राज ने जीती थी। 2024 के चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर हैट्रिक लगाने के लिए मौजूदा सांसद अरुण सागर को दोबारा मैदान में उतारा है।खीरी सीट से पिछले चुनाव में भाजपा के अजय मिश्र 'टेनी' दूसरी बार जीती थे। अजय मिश्र ने अपने प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डॉ.पूर्वी वर्मा को 2 लाख 18 हजार 807 मतों के अंतर से हराया था। भाजपा ने इस सीट पर हैट्रिक लगाने के लिए तीसरी बार अजय मिश्र को टिकट दिया है।2019 के आम चुनाव में धौरहरा सीट भाजपा प्रत्याशी रेखा वर्मा ने लगातार दूसरी बार जीती थी।

रेखा वर्मा ने बसपा के अरशद इलियास सिद्दीकी को 1 लाख 60 हजार 611 वोटों के अंतर से हराया था। इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने के लिए तीसरी बार रेखा वर्मा मैदान में डटी हैं।सीतापुर संसदीय सीट से पिछला चुनाव भाजपा के राजेश वर्मा ने जीता था। 2014 में भी राजेश वर्मा भाजपा की टिकट पर जीते थे। 2019 में राजेश वर्मा ने बसपा के नकुल दूबे को 1 लाख 833 वोटों के अंतर से परास्त किया था। 2024 के चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने की जिम्मेदारी तीसरी बार भाजपा ने राजेश वर्मा को दी है।हरदोई (अ0जा0) पर 2019 के आम चुनाव में भाजपा के जय प्रकाश विजयी रहे। जय प्रकाश ने सपा उम्मीदवार ऊषा वर्मा को 1 लाख 32 हजार 474 वोटों के अंतर से हराया था। 2014 में ये सीट भाजपा के अंशुल वर्मा ने जीती थी।

इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने के लिए भाजपा ने राजेश वर्मा का दूसरी बार मैदान में उतारा है।मिश्रिख (अ0जा0) 2014 में भाजपा की अंजू बाला ने जीती थी। 2019 के चुनाव में भाजपा ने अंजू बाला की जगह अशोक कुमार रावत को मैदान में उतारा था। अशोक कुमार ने बसपा उम्मीदवार डॉ. नीलू सत्यार्थी को 1 लाख 672 वोटों के अंतर से हराया था। इस सीट पर जीत की हैट्रिक के लिए भाजपा ने दूसरी बार अशोक कुमार रावत पर दांव लगाया है।उन्नाव सीट 2014 और 2019 में भाजपा प्रत्याशी साक्षी महाराज ने जीती। पिछले चुनाव में साक्षी महाराज ने सपा के अरुण शंकर शुक्ला उर्फ अन्ना महाराज को 4 लाख 956 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। इस सीट पर हैट्रिक लिए तीसरी बार साक्षी महाराज मैदान में डटे हैं।

फर्रूखाबाद सीट पिछले चुनाव में लगातार दूसरी बार भाजपा उम्मीदवार मुकेश राजपूत ने जीती थी। मुकेश ने बसपा के मनोज अग्रवाल को 2 लाख 21 हजार 702 वोटों से हराया था। इस सीट पर जीत की हैट्रिक के लिए तीसरी बार कमल निशान के साथ मुकेश राजपूत चुनाव मैदान में हैं।इटावा (अ0जा0) सीट 2019 में भाजपा के डॉ.राम शंकर कठेरिया ने 64,477 वोटों के अंतर से जीती थी। डॉ.कठेरिया ने सपा के कमलेश कुमार को हराया था। 2014 में भी भाजपा के अशोक कुमार दोहरे यहां से जीते थे। इस सीट पर जीत की हैट्रिक के लिए दूसरी बार भाजपा ने डॉ.राम शंकर कठेरिया को प्रत्याशी बनाया है।कन्नौज सीट पिछले चुनाव में भाजपा के सुब्रत पाठक ने सपा की डिम्पल यादव को हराकर जीती थी। जीत का अंतर 12,353 वोटों का था। कन्नौज सीट पर दूसरी बार जीत का कमल खिलाने की जिम्मेदारी भाजपा ने सुब्रत पाठक के कंधों पर डाली है।

कानपुर से 2019 के चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यदेव पचौरी जीते थे। पचौरी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को 1 लाख 55 हजार 934 मतों के अंतर से हराया था। 2014 में ये सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ.मुरली मनोहर जोशी ने जीती थी। कानपुर सीट पर जीत की हैट्रिक के लिए भाजपा ने इस बार नए चेहरे रमेश अवस्थी को मैदान में उतारा है।अकबरपुर सीट से पिछले चुनाव में भाजपा के देवेन्द्र सिंह उर्फ भोले सिंह को जीत मिली थी। भोले सिंह ने बसपा प्रत्याशी निशा सचान को 2 लाख 75 हजार 142 मतों के अंतर से धूल चटाई थी। 2024 के चुनाव में भाजपा ने दूसरी बार देवेन्द्र सिंह उर्फ भोले सिंह को चुनावी समर में उतारा है।2019 में बहराइच (अ0जा0) सीट से भाजपा के अक्षबर लाल जीते थे। अक्षबार लाल ने सपा के शब्बीर बाल्मीकि को 1 लाख 28 हजार 752 वोटों से हराया था। भाजपा ने इस बार आनंद कुमार को बहराइच का किला फतह करने की अहम जिम्मेदारी सौंपी है।


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