साइबर ठगी से कर्मचारियों के खाते से निकल रहे लाखों रूपये
कर्मचारियों ने दर्ज कराई स्थानीय थाने में एफआईआर
- अपराधियों को पकड़ने को सीएम से लगाई गुहार
लखनऊ। राजधानी से लेकर देश प्रदेश में साइबर ठगी के मामलों से अछूता नहीं है। इसमें आंकड़ों की बात की जाय तो प्रदेश स्तर पर सैकडों मामले साइबर ठगी के दर्ज कराये कराये जाते है और तथाकथित तौर 10 फीसदी मामलों का ही निस्तारण हो पाता है बाकी 80 फीसदी मामले फरियादियों द्वारा थानों के चक्कर काटते-काटते जूते घिस जाते हैं। जिसमें अधिकांश लोग असहाय होकर बैठ जाते हैं। वहीं साइबर ठगी के शिकार हुए इप्सेफ पदाधिकारियों ने अपराधियों को पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। गुरूवार को इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्र ने बताया कि साइबर क्राइम द्वारा रोजाना लाखों रुपए कर्मचारियों और जनता के बैंक खातों से निकाल लिए जा रहे हैं।
जिसमें पुलिस के साइबर क्राइम देखने वाले अधिकारियों को थानों में एफआईआर दर्ज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी के शिकार लोगों का रूपया वापस नहीं हो सका है और अभी भी अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से अपराधियों को पकड़ कर धनराशि वापस कराने के लिए गुहार लगाते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को आखिर क्यों पुलिस की पकड़ से दूर है।
उन्होंने कहा कि जब सरकार कहती है कि अपराधी सलाखों में पहुंच गये तो यह अपराधी कहां से पनप रहे जो आम इंसानों को तबाह करने का कार्य कर रहे हैं। श्री मिश्रा ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई की धनराशि को पुलिस साइबर क्राइम वालों को पकड़कर वापस कराई जाए वरना जनता सड़क उतर कर विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य हो जायेगी।