भारत में 15.7 लाख कैंसर मरीज होने की संभावना-डॉ.सपना

प्रोटॉन थेरेपी से कैंसर मरीजों का उपचार जारी

भारत में 15.7 लाख कैंसर मरीज होने की संभावना-डॉ.सपना

  • अपोलो अस्पताल ने प्रोटॉन कैंसर थेरेपी के तहत शुरू की ओपीडी
  • अब तक बड़ी संख्या में कैंसर मरीजों को का किया सफल इलाज
लखनऊ। देश प्रदेश में कैंसर मरीजों को इलाज के लिए अब दूर नहीं जाना पड़ेगा। इसके लिए अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल ने कैंसर मरीजों का प्रोटॉन विधि से उपचार करने की तैयारी कर ली है। शनिवार को ऑन्कोलॉजी विभाग की हेड,नेक एंड ब्रेस्ट की निदेशक डॉ.सपना नांगिया ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि क्षेत्र की पहली प्रोटॉन थेरेपी स्क्रीनिंग के लिए एक आउटपेशेंट विभाग ओपीडी शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रोटॉन थेरेपी के द्वारा उपचार करने पर आसपास के स्वस्थ सेल्स प्रभावित नहीं होते हैं। कैंसर मरीजों को प्रोटॉन थेरेपी के लिए शुरूआती जांच और परामर्श  में ही मिल जाएगी।
 
डॉ.नांगिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, नेपाल के लोगों को भी बेहतरीन प्रोटॉन थेरेपी का इलाज आसानी से उपलब्ध हो पाएगा। बता दें कि डॉ. नांगिया को कैंसर की चिकित्सा के इस क्षेत्र में व्यापक अनुभव है और भारत में कैंसर चिकित्सा के जाने माने डॉक्टरों में से एक हैं। उन्होंने प्रतिष्ठित अमेरिकी संस्थानों में ऑब्जरवेशन कार्यक्रमों के माध्यम से प्रोटॉन थेरेपी में अमूल्य विशेषज्ञता हासिल की है। जिसके बाद उन्होंने भारत में हेड, नैक, ब्रैस्ट और स्त्री रोग संबंधी कैंसर के लिए प्रोटॉन थेरेपी कार्यक्रम की शुरूआत की।
 
डॉ.नांगिया ने बताया कि भारत में 2025 तक कैंसर के मामले 15.7 लाख से अधिक होने का अनुमान है। जिससे भारत को स्वास्थ्य सेवा के मोर्चे पर एक कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। डॉ नांगिया ने कहा प्रोटॉन थेरेपी सकारात्मक रूप से चार्ज किए गए प्रोटॉन कणों का उपयोग करने वाली एक उन्नत विकिरण तकनीक है, जो नियमित रूप से उपलब्ध एक्स-रे आधारित विकिरण उपचार से मौलिक रूप से अलग है। इस उपचार में, ट्यूमर के पास के सामान्य ऊतकों को एक्स-रे आधारित उपचार की तुलना में कम विकिरण प्राप्त होता है और ट्यूमर के डीएनए पर भी अलग तरह से प्रभाव पड़ता है। पहले के परिणाम कम दुष्प्रभाव होते हैं और दूसरे के परिणाम विकिरण प्रतिरोधी ट्यूमर में भी बेहतर होते हैं। डॉ. सपना नांगिया ने बताया कि बीते 5 वर्षों में अपोलो प्रोटोन कैंसर सेंटर में बड़ी संख्या में हेड व नेक, स्कल बेस ट्यूमर, स्तन, फेफड़े, साकोर्मा, प्रोस्टेट और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है।
 
जिसमें बुजुर्ग रोगियों और सह-रुग्णता वाले लोगों का बिना किसी समस्या के उपचार किया गया है और परिणाम भी संतोषजनक रहे हैं। साथ ही किशोरों में विकिरण प्रेरित दूसरे कैंसर के खतरे को कम करना भी बहुत संतोषजनक रहा है। ज्ञात हो कि अस्पताल के एमडी और सीईओ, डॉ मयंक सोमानी ने मरीजों के इलाज के लिए तेजी से बदलती की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधारों पर जोर दें रहे हैं। उन्होंने कहा, बदलती वैरेची ओपीडी की शुरूआत विश्व स्तरीय उपचार के विकल्प देने को पुष्ट करती है कि मरीजों को नजदीक में ही सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध हो। प्रोटॉन थेरेपी कैंसर के कई प्रकारों के लिए ज्यादा सटीक और कम साइड इफेक्ट वाला इलाज प्रदान करती है। इनमें सिर, गर्दन और स्तन कैंसर शामिल हैं। 
Tags: lucknow

About The Author

Latest News