खेतों में झड़ रहा धान, गिरेगा उत्पादन

खेतों में झड़ रहा धान, गिरेगा उत्पादन

धमतरी। धमतरी जिले में इस साल हुई बेमौसम वर्षा के चलते रबी धान फसल की कटाई-मिंजाई पिछड़ गई है। धान फसल पककर खेतों में रखा हुआ है। अब मौसम खुलने के साथ कटाई-मिंजाई शुरू हो गई है। धान कटाई के दौरान धान खेतों में झड़ने लगा है, इससे किसान परेशान है। अधिक धान गिरने से उत्पादन पर इसका विपरीत असर पड़ेगा। अप्रैल माह के पखवाड़े में सप्ताहभर से अधिक समय तक बेमौसम वर्षा हुई। बोर सिंचाई सुविधा वाले किसानों के खेतों में रबी धान फसल पक कर तैयार थी। लेकिन बेमौसम वर्षा से कटाई-मिंजाई प्रभावित रही अब मौसम खुलने के साथ किसान रबी धान फसल की कटाई-मिंजाई शुरू हो गई है। भोयना, अछोटा, शंकरदाह समेत आसपास गांवों के किसान पुनारद राम, आत्माराम समेत अन्य किसानों ने बताया कि रबी धान फसल की कटाई-मिंजाई के दौरान बड़ी मात्रा में धान खेतों में ही झड़ रहा है, इसका विपरीत असर उत्पादन पर पड़ेगा। किसानाें की मानें, तो पांच प्रतिशत धान खेतों में ही झड़ रहा है, इससे किसान परेशान हैं। वहीं कटाई-मिंजाई के बाद बेमौसम बारिश से धान में ज्यादा नमी बनी हुई है, ऐसे में उत्पादित धान को किसान बेचने से पहले लगातार दो से तीन दिनों तक खलिहान, आंगन व अन्य जगहों पर सूखा रहे हैं, ताकि बेचते समय किसानों के इस धान को राईस मिलरों से अच्छा दाम मिल सके। नमी होने पर दाम कम मिलता है। यही वजह है कि किसान कटाई-मिंजाई के बाद उत्पादित धान को सूखाने के लिए तेज धूप में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। खरतुली, लोहरसी, पोटियाडीह, शंकरदाह, भोयना, सोरम समेत क्षेत्र के अन्य गांवों के किसानों ने बोर सिंचाई सुविधा से रबी सीजन में धान फसल लगाए है, जो पककर खेतों में तैयार है। अधिकांश किसानों के फसल तैयार है। मौसम खुलने के बाद अब कटाई-मिंजाई में तेजी आ गई है। जिले में करीब 40 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबा पर किसानों ने धान फसल लिए है। उल्लेखनीय है कि तेज धूप को देखते हुए और मजदूरों की किल्लतों के चलते ज्यादातर किसान हार्वेस्टर से रबी धान फसल की कटाई-मिंजाई कराते हैं, इससे समय पर खेती-किसानी का कार्य पूरा हो जाता है।


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