लखनऊ में मुस्लिम मतदाताओं को साधने में लगी सपा बसपा व भाजपा

लखनऊ में मुस्लिम मतदाताओं को साधने में लगी सपा बसपा व भाजपा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पांचवें चरण की लोकसभा सीट लखनऊ में मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए सपा, बसपा और भाजपा में त्रिकोणी मुकाबला चल रहा है। वैसे तो बसपा ने मुस्लिम चेहरे को ही प्रत्याशी बनाया है लेकिन लखनऊ के मुस्लिम मतदाता का झुकाव देश व प्रदेश में उनके हितैषी नेताओं की ओर ही ज्यादा है।समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रविदास महरोत्रा के लिए महानगर अध्यक्ष फाखिर सिद्दकी प्रचार कर रहे हैं। फाखिर सिद्दकी ने पार्टी उम्मीदवार रविदास को जीताने के लिए महानगर कार्यकारिणी के समस्त मुस्लिम चेहरों को उनके गली मोहल्ले में सक्रिय रहने के लिए कहा है।

मोहल्लों में छोटी बैठकें करते हुए रविदास महरोत्रा को जिताने के लिए मुस्लिम मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने की रणनीति बनायी गयी है।सपा के महानगर अध्यक्ष फाखिर ने कहा कि लखनऊ का मुस्लिम वर्ग एक लम्बे समय से मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव से जुड़ा हुआ है। हमारी पकड़ मुस्लिम मतदाताओं में कभी कम नहीं हुई है। लखनऊ की तीन विधानसभा सीटों उत्तर, मध्य और पश्चिम में समाजवादी पार्टी ही जीतती आयी है। जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक रहता है। इस बार उत्तर विधानसभा में हार हुई लेकिन मध्य और पश्चिम में सपा जीती है।उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हर वर्ग के लिए काम करती है।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को मुस्लिम के अलावा दूसरे वर्ग का भी मत मिलेगा। रविदास महरोत्रा को हर वर्ग के बीच महत्व मिल रहा है। मुस्लिम इलाकों में तो रविदास को हाथों हाथ ले रहे हैं।बसपा के महानगर महामंत्री दुर्गेश ने कहा कि बसपा ने मुस्लिम चेहरे को उतारा है तो उसका मुस्लिम मतदाताओं पर पूरा प्रभाव भी दिख रहा है। मुस्लिम मतदाता हर तरफ से फोन करता है। सिर्फ मुस्लिम ही नहीं, सर्वसमाज का समर्थन में फोन आता है। फिर भी मुस्लिम उम्मीदवार सरवर मलिक को मुस्लिम आबादी वाले मोहल्लों में बेहद बढ़त मिल रही है।

उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि लखनऊ में अमीनाबाद, नक्खास, खदरा, हुसैनाबाद में बड़ी बैठकें हुई है। इसमें मुस्लिम व्यापारी, अधिवक्ता, शिक्षक, कामगारों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है। पुराने लखनऊ के मोहल्लों में भी जहां मुस्लिम मतदाताओं की बहुतायत है, वहां बसपा के कार्यकर्ताओं ने पैठ बना ली है। मेरा दावा है कि कुल मतदान का 40 प्रतिशत बसपा उम्मीदवार सरवर पाने जा रहे है।रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस बार भाजपा से लखनऊ लोकसभा सीट पर फिर एक बार चुनाव लड़ रहे है।

राजनाथ सिंह के बीते पांच वर्ष के कार्यकाल में नजर डाले तो उनका जीतनी बार लखनऊ में आना हुआ, कोई न कोई मुस्लिम धर्मगुरु रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिलने पहुंचें। अपनी समस्याओं को लेकर राजनाथ सिंह से मिलने वाले मुस्लिम धर्मगुरुओं की समस्या का तत्काल निदान कराने का प्रयास हुआ।भारतीय जनता युवा मोर्चा के अवध क्षेत्र के मीडिया प्रभारी खुर्शीद ने कहा कि लखनऊ समेत पूरे देश में केन्द्र की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सभी धर्म के लोगों को मिला है। उसमें मुस्लिम भी केन्द्र की योजनाओं का बराबर लाभ पाया है।

लखनऊ में मुस्लिम वर्ग को मुफ्त राशन, उज्जवला गैस योजना, आयुष्मान कार्ड का लाभ मिला है। आयुष्मान कार्ड से मुस्लिम वर्ग के लोग आज भी सरकारी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे है।उन्होंने कहा कि तीन तलाक का जो फैसला आया था, वह तो एतिहासिक है। अब जहां बात लखनऊ के मुस्लिम मतदाताओं की है तो अटल जी के समय से ही भाजपा के लिए दिलखोल कर उन्होंने मतदान किया है। जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के चुनाव मैदान में आने के बाद कोई कमी नहीं हुई, और न आगे होगी।

Tags: lucknow

About The Author

Latest News

जंगलों की आग को शांत करने के लिए मैदान में उतरी सेना जंगलों की आग को शांत करने के लिए मैदान में उतरी सेना
देहरादून: जंगलों का लगी आग का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आग की लपटे पौड़ी जिला मुख्यालय...
अनिवार्य सेवानिवृत्ति का आदेश हाईकोर्ट से रद्द
दुष्कर्म करने के मामले मे अभियुक्त को किया गिरफ्तार
नामांकन के अंतिम दिन 13 व्यक्तियों द्वारा नामांकन पत्र किया गया दाखिल।
प्रेक्षक द्वारा कंट्रोल रूम, एमसीएमसी, परमीशन सेल, वेयर हाउस एवं एकल खिड़की का किया गया निरीक्षण।
ब्यय प्रेक्षक द्वारा अधिकारियों के साथ बैठक कर दिये आवश्यक दिशा-निर्देश।
प्रेक्षक द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का स्थलीय निरीक्षण कर प्रशिक्षण की गुणवत्ता आदि का लिया गया जायजा।