मलेरिया दुनिया की सबसे घातक परजीवी बीमारियों में से एक, इसके  खिलाफ जारी लडाई में तेजी लाना हो लक्ष्य -प्रज्ञा पाण्डेय

मलेरिया दुनिया की सबसे घातक परजीवी बीमारियों में से एक, इसके  खिलाफ जारी लडाई में तेजी लाना हो लक्ष्य -प्रज्ञा पाण्डेय

×गोरखपुर *महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर* के अंतर्गत संचालित संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के *माइक्रोबायोलॉजी विभाग* में *विश्व मलेरिया दिवस पर एक परिचर्चा  कार्यक्रम* का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की शिक्षिका श्रीमती प्रज्ञा पाण्डेय , ने छात्रो को बताया कि  मलेरिया वास्तव में दुनिया की सबसे घातक परजीवी बीमारियों में से एक है, जिसके कारण 2017 में वैश्विक स्तर पर 21.9 करोड़ से अधिक मामले और 4.35 लाख मौतें हुईं। मलेरिया से हर साल 200 करोड़ लोगों को ख़तरा होता है, जिनमें 90 स्थानिक देशों के निवासी और 12.5 करोड़ अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक शामिल हैं यदि उपचार में देरी होती है तो गंभीर जटिलताएँ उत्पन्न होती हैं जैसे कई मलेरिया एनीमिया, सेरेब्रल मलेरिया, कोमा या मृत्यु हो जाती है  इस गिनती पर अंकुश लगाने के लिए बिमारी और इसकी रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है| जिस कारण विश्व मलेरिया दिवस मनाये जाने कि शुरुआत वर्ष  2000 से  प्रारंभ की गयी  उस समय अफ़्रीकी देश में  विश्व अफ्रीका मलेरिया दिवस के नाम से मनाया जाता था जिसे वर्ष 2008 से विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाने लगा | इस दिवस का मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य विश्व के हर व्यक्ति को इस जानलेवा रोग के प्रति जागरूक करना ,  इसके रोकथाम करना , वैक्सीन इत्यादि कि  खोज कर विश्व को मलेरिया से  मुक्त करना है | इस दिन को मनाने के लिए हर वर्ष एक नई थीम रखी जाती है इस वर्ष की थीम ‘मलेरिया के खिलाफ जारी लडाई में तेजी लाना है एवं पिछले वर्ष में राखी जाने वाली थीम के बारे में भी बताया गया जिसमे वर्ष 2020 में राखी गयी थीम “Zero malaria starts with me” पर विशेष जोर दिया गया एवं सुश्री सृष्टि यदुवंशी ने कहा कि मलेरिया एक प्रोटोज़ोआ संक्रमण है जो संक्रमित मादा(एनोफिलीज) मच्छर के काटने से फैलता है.मच्छरों को नियंत्रित करें,मच्छर के काटने से बचें, निवारक दवाएं लें, कूड़ा या गंदगी पड़ी जगहों पर न जाएं, मानसून या गर्मी में खुद को अच्छी तरह से खुद को हाइड्रेट रखें,लंबे स्लीव्स वाले शर्ट और पैंट पहनें, घर के आस-पास पानी स्थिर न होने दें इत्यादि बचाव से मलेरिया से बच सकते है |  फाल्सीपेरम मलेरिया के अन्य लक्षणों में दस्त, पीलिया  तीब्र ज्वर और किडनी की विफलता शामिल हैं. रक्त में सूगर (ग्लूकोज़) का भी  स्तर गिर सकता है (जिसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है)| कार्यक्रम में विभाग के सभी शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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