नगर निगम ने बिना नोटिस गिरायी चाय वाले की दुकान
पीड़ित की शिकायत पर मडंलायुक्त ने अफसरों को लगाई फटकार
- मुख्य अभियंता ने पल्ला झाड़ा, जोनल अफसर को ठहराया जिम्मेदार
लखनऊ। नगर निगम के कर्मचारी और कुछ अफसर लगातार अपनी लचर कार्यशैली के चलते विवादों से घिरते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नगर निगम के जोन एक से सामने आया है, जहां पर नगर निगम जोन एक में तैनात सहायक अभियंता पर एक दुकानदार ने आरोप लगाया है की उसकी दुकान को बिना किसी पूर्व सूचना के तोड़ दिया। जिससे पीड़ित व्यक्ति का परिवार भूखा रहने को विवश है। पीड़ित ने न्याय पाने के लिए नगर निगम के कई बार चक्कर लगाए लेकिन अफसरों ने उसे राहत नहीं प्रदान की और पीड़ित ने नगर निगम के सहायक अभियंता के गुंडाराज की शिकायत मंडलायुक्त से की।
पीड़ित इस्लाम (65) निवासी हाता फकीर मोहम्मद खान गोइन रोड का निवासी है और वो 45 वर्षो से जीवन यापन के लिए चाय की दुकान चलाता है। बीते नौ अप्रेल को नगर निगम जोन एक के सहायक अभियंता किशोरी लाल रावत ने बिना किसी पूर्व सूचना दिए ही उसकी दुकान पर बेवजह जेसीबी चला दिया और उसकी दुकान को तोड़ दिया और जिससे दुकान में मौजूद खाने पीने की सामग्री से लेकर वारदाना तक टूट गया।
जिससे उसकी पुन: दुकान नहीं लग पा रही है और उसका परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया है। नगर निगम के मुख्य अभियन्ता सतीश रावत से इस मामले बातचीत की गई तो उन्होंने मामले में खुद को बचाने के लिए सारा मामला जोनल अधिकारी जोन एक के मार्गदर्शन पर किये जाने की बात कही।
वहीं पीड़ित ने किशोरी लाल सहायक अभियंता पर आरोप लगाते हुए कहा की बिना किसी नोटिस के ही सिर्फ उसकी दुकान गिराई गई। नगर निगम से राहत न मिलने के चलते पीड़ित इस्लाम ने मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब से नगर निगम द्वारा किये जा रहे अत्याचारों के खिलाफ शिकायत की। जिस पर मंडलायुक्त ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उसे न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।