सीआईडी अधिकारी बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार, तीमारदार से लूटे थे 29 हज़ार
शिमला। राजधानी शिमला में खुद को सीआईडी अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करने वाले एक शातिर को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपी खास तौर पर आइजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज) में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को अपना निशाना बना रहा था। आरोपी की पहचान कोटखाई निवासी मिथुन के रूप में हुई है। उसने हाल ही में एक बुजुर्ग से जबरन 29 हज़ार रुपये ठगे और फरार हो गया था। पुलिस लंबे समय से इस शातिर पर नजर बनाए हुए थी और आखिरकार उसे शुक्रवार की रात धर दबोच लिया गया।
पत्नी की देखभाल कर रहे बुजुर्ग बने शिकार
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिमला जिला के रोहड़ू निवासी 63 वर्षीय हरीलाल 10 अप्रैल को अपनी बीमार पत्नी को आइजीएमसी में भर्ती करवाकर उनके इलाज के लिए शिमला आए थे। अगले दिन जब वह लक्कड़ बाजार की ओर कंबल खरीदने निकले तो रास्ते में एक व्यक्ति ने उन्हें अपनी कार में लिफ्ट दी। बातचीत के दौरान आरोपी ने खुद को सीआईडी विभाग का अधिकारी बताया और बुजुर्ग को विश्वास में ले लिया। इसके बाद उसने चालाकी से 29 हज़ार रुपये ठग लिए और जबरन उन्हें कार से उतारकर फरार हो गया।
बुजुर्ग ने तुरंत सदर थाना शिमला में इस घटना की शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 307 के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। पुलिस को आशंका थी कि यह कोई गिरोह भी हो सकता है जो अस्पताल के आसपास तीमारदारों को निशाना बना रहा है। आरोपी की गतिविधियों पर पहले से ही नजर रखी जा रही थी और सूचना मिलते ही उसे दबोच लिया गया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लुटे गए 29 हज़ार रुपये भी बरामद कर लिए हैं।
पुराने मामलों से भी जुड़ सकते हैं तार
पुलिस के अनुसार आरोपी मिथुन के खिलाफ पहले भी चोरी और ठगी के कुछ मामले सामने आ चुके हैं, जिनकी अब दोबारा जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी के बाद कई और मामलों के खुलासे हो सकते हैं। आरोपी की ठगी का तरीका बेहद शातिराना था। वह पहले जरूरतमंद व्यक्ति से हमदर्दी जताकर बातचीत करता और फिर खुद को खुफिया एजेंसी से जुड़ा अधिकारी बताकर डराता। कई बार वह लोगों को धमकाकर पैसे भी वसूल चुका है।
पुलिस की सतर्कता से बड़ी सफलता
शिमला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए सदर थाना पुलिस प्रयासरत थी। लगातार सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी और गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। जैसे ही आरोपी ने आइजीएमसी के तीमारदार को ठगा, पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए उसे धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और अन्य घटनाओं में भी उसकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।
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