रक्षा संबंधों को अधिक सशक्त बनाएंगे भारत व ब्रिटेन
नयी दिल्ली। भारत और ब्रिटेन ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य की समीक्षा के साथ-साथ रक्षा संबंधों को और अधिक सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां बताया कि रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने दो दिन की लंदन यात्रा के दौरान वार्षिक द्विपक्षीय रक्षा वार्ता में एक उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। रक्षा सचिव ने लंदन में अपने समकक्ष डेविड विलियम्स के साथ भारत-ब्रिटेन रक्षा परामर्श समूह की 24वीं बैठक की सह-अध्यक्षता की।
दोनों पक्षों ने वार्ता के दौरान क्षेत्रीय तथा वैश्विक स्तर पर उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य की समीक्षा की और रक्षा संबंधों को पहले से सशक्त बनाने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की। यह चर्चा वर्ष 2021 में घोषित व्यापक रणनीतिक साझेदारी और 2030 के रोडमैप के संदर्भ में हुई, जो दोनों देशों के बीच सहयोग को विस्तार देगी। भारतीय रक्षा सचिव ने ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन पॉवेल के साथ भी विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें तीनों सेनाओं के बीच सैन्य संबंधों को आगे बढ़ाने और दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच सहभागिता को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
रक्षा सचिव ने ह्ययूके इंडिया बिजनेस काउंसिल द्वारा आयोजित भारत-ब्रिटेन रक्षा उद्योग गोलमेज सम्मेलन में प्रतिभागियों को भी संबोधित किया। उन्होंने नौसेना प्रणालियों, ड्रोन, निगरानी, रक्षा अंतरिक्ष और विमानन जैसे प्रमुख रक्षा क्षेत्रों में भारतीय स्टार्ट-अप की बढ़ती क्षमताओं का उल्लेख किया।
रक्षा सचिव ने ब्रिटिश कंपनियों से स्टार्ट अप के साथ साझेदारी की संभावनाएं तलाशने का आग्रह किया और किफायती तथा अत्याधुनिक समाधान प्रदान करने की उनकी क्षमताओं पर विचार साझा किये। रक्षा सचिव ने कहा कि भारत भविष्य में रक्षा उद्योग जगत की भागीदारी को दिशा देने के लिए औद्योगिक सहयोग रोडमैप विकसित करने के उद्देश्य से ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर कार्य कर रहा है।
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