पुण्य तिथि पर याद किये गये आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, खेत में उपेक्षित पड़ी प्रतिमा के सौन्दर्यीकरण की मांग
बस्ती - आचार्य रामचन्द्र शुक्ल को उनकी पुण्यतिथि पर रविवार को श्रद्धापूर्वक याद किया गया। कायस्थ सेवा ट्रस्ट जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार श्रीवास्तव के संयोजन में ट्रस्ट पदाधिकारियों ने बड़ेवन स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके योगदान पर प्रकाश डाला। कहा कि आचार्य शुक्ल जिले के गौरव हैं।
संस्थापक अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हिन्दी भाषा के उच्च कोटि के साहित्यकार आचार्य रामचंद्र शुक्ल की गणना प्रतिभा संपन्न निबंधकार, समालोचक, इतिहासकार, अनुवादक एवं महान शैलीकार के रूप में की जाती है। यह बस्ती का सौभाग्य है कि उनका जन्म अगौना गांव में हुआ। ऐसी महान विभूतियों को निरन्तर स्मरण किये जाने की जरूरत है। उन्होंने मड़वानगर बड़े बन के खेत में स्थित उपेक्षित आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की प्रतिमा का शासन स्तर पर सौन्दर्यीकरण कराये जाने की मांग किया।।
अध्यक्ष मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अगौना गांव में जन्में आचार्य शुक्ल हिन्दी साहित्य के उज्जवल नक्षत्र है। वे सदैव याद किये जायेंगे। वे जनपद के गौरव और विश्व हिन्दी साहित्य में आलोचना सम्राट है। कहा कि निबंध लेखन और आलोचना के क्षेत्र में उनका सर्वोपरि स्थान आज तक बना हुआ है। इस दौरान डॉ. सौरभ सिन्हा, पूर्व अध्यक्ष सर्वेश श्रीवास्तव,राजेश श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, दुर्गेंद्र श्रीवास्तव, नितेश श्रीवास्तव,आलोक श्रीवास्तव,विश्वास चित्रांश,नीरज श्रीवास्तव ,बृजेश श्रीवास्तव,नितेश श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।
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