श्रीराम मंदिर में भव्य आयोजन, सुबह से ही भक्तों की लगी कतार
By Tarunmitra
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अयोध्या। देशभर में आज रामनवमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। बिहार में भी रामनवमी को लेकर भक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है। भक्त सुबह से ही भगवान राम की आराधना में लगे हैं। पटना के महावीर मंदिर के बाहर भक्तों की भारी भीड़ लगी है। वहीं रामनवमी के पावन अवसर पर भगवान श्रीराम का जन्मस्थल अयोध्या धाम पूरी तरह उत्सव में डूबा हुआ है। श्रीराम जन्मभूमि पर विशेष तैयारियां की गई हैं, जहां आज दोपहर 12 बजे ठीक रामलला का प्राकट्य होगा। इस दौरान रामलला के मस्तक पर सूर्य की किरणों से चार मिनट तक अभिषेक किया जाएगा जिसे ‘सूर्य तिलक’ नाम दिया गया है। यह आयोजन पूरे विश्व में लाइव प्रसारित किया जाएगा। दूरदर्शन ने इसके लिए लिंक जारी कर दिया है।
बता दें कि, अयोध्या में रामनवमी पर सुबह 4:30 बजे मंगल आरती के साथ उत्सव का शुभारंभ हुआ। जिसके बाद 6:30 बजे से दर्शन के लिए पट खोले गए। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर इस बार कोई वीआईपी पास जारी नहीं किए गए हैं। 9:30 बजे रामलला का विशेष अभिषेक शहद, दूध, घी, सरयू जल और गंध से किया गया। एक घंटे के इस अनुष्ठान के बाद रामलला का विशेष श्रृंगार हुआ और दोपहर 11:45 बजे पट बंद कर दिए गए।
12 बजे होगा प्राकट्य
प्राकट्य के समय सूर्य की सीधी किरणों से अभिषेक, सीबीआरआई टीम की निगरानी में हुआ। चार मिनट तक चले इस सूर्याभिषेक का दूरदर्शन समेत कई माध्यमों से सीधा प्रसारण किया गया। इसके लिए शहर भर में एलईडी स्क्रीन और सचल वाहन के माध्यम से प्रसारण की व्यवस्था की गई थी। पूरे अयोध्या धाम में रामनवमी को लेकर उल्लास का माहौल है। पांच हजार से अधिक मंदिरों में रामलला के जन्मोत्सव की धूम है। राम मंदिर परिसर को भव्य विद्युत सज्जा और कृत्रिम पुष्पों से सुसज्जित किया गया है। सुग्रीव किला, अंगद टीला और क्रासिंग थ्री समेत प्रमुख स्थानों पर स्वागत द्वार बनाए गए हैं।
देर रात तक कर सकेंगे रामलला के दर्शन
श्रद्धालुओं के लिए धनिया, मेवा और पंजीरी का विशेष प्रसाद वितरित किया जा रहा है। देर रात तक रामलला के दर्शन जारी रहेंगे। मंदिरों में श्रीरामचरितमानस पाठ, महायज्ञ और भजन-कीर्तन से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो उठा है। रविवार को नवमी के दिन महायज्ञों की पूर्णाहुति की जाएगी। श्रीराम के अवतरण के साक्षी बनने के लिए अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। संतो, भक्तों और स्थानीय निवासियों के बीच विशेष उल्लास देखा जा रहा है। रामनवमी पर इस ऐतिहासिक आयोजन ने अयोध्या को एक बार फिर आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बना दिया है
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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है।
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