वार्डेन को पीटने वाले लॉ छात्रों को एग्जाम की अनुमति
घटना के बाद तीनो छात्रों को निष्कासित किया गया था
लखनऊ। डॉ.राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के निष्कासित तीन स्टूडेंट्स को लखनऊ हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली। कोर्ट ने स्टूडेंट्स को एग्जाम देने की छूट देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेश के विरूद्ध निर्णय दिया है। राहत पाने वाले स्टूडेंट्स में एलएलबी स्टूडेंट कार्तिकेय सिंह के अलावा एलएलएम के सम्यक यादव और नवीन राय शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक लखनऊ हाईकोर्ट में एलएलबी स्टूडेंट कार्तिकेय सिंह की तरफ से 16 अप्रैल को अर्जेंट पिटीशन फाइल की गई थी। इसकी सुनवाई 17 अप्रैल को जस्टिस जसप्रीत सिंह द्वारा की गई। इस दौरान कोर्ट ने विश्वविद्यालय के काउंसिल विजय प्रताप सिंह से पूछा कार्रवाई से पहले क्या 'शो-कॉज' नोटिस सर्व की गई थी। इसके जवाब में विश्वविद्यालय की तरफ से 'शो-कॉज' नोटिस नहीं दिखाई जा सकी। जिसके बाद कोर्ट ने फटकार लगाते हुए आरोपी स्टूडेंट को एग्जाम में शामिल होने का आदेश दिया।
हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिलते ही एलएलबी स्टूडेंट कार्तिकेय सिंह कैंपस पहुंचे। गुरुवार को उनका 2 बजे से एग्जाम शेड्यूल था। इस बीच कोर्ट ने सुनवाई करते हुए स्टूडेंट को राहत दी। इसके बाद स्टूडेंट ने पेपर दिया। एकेडमिक ब्लॉक में एलएलबी के चौथे साल के स्टूडेंट्स के साथ 'इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट' का पेपर दिया। इस बीच एलएलएम के 2 स्टूडेंट्स को भी कोर्ट से राहत मिली। इनमें नवीन राय और सम्यक यादव भी शामिल हैं। इन दोनों स्टूडेंट्स को कोर्ट ने एग्जाम में शामिल होने की छूट दी हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ कार्रवाई की बात सामने आने पर स्टूडेंट्स में जबरदस्त आक्रोश था। बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने चीफ प्रॉक्टर पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे।
स्टूडेंट्स का कहना था कि टारगेट करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। स्टूडेंट्स कुलपति से मुलाकात करने की मांग लेकर धरने पर बैठ गए थे। स्टूडेंट्स का कहना था कि उन्हें कुलपति से मिल कर अपनी बात रखने का मौका दिया जाए। स्टूडेंट्स ने बिना किसी 'शो-कॉज' नोटिस के कार्रवाई करने का आरोप लगाया था।
गौरतलब है कि बीते 7 अप्रैल को कुलपति प्रो.अमर पाल सिंह ने पूर्व कुलपति डॉ.संजय सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया था। इस समिति में डॉ.शशांक शेखर, डॉ.शकुंतला संगम, डॉ. अमनदीप सिंह और डॉ.मनोज कुमार को भी शामिल किया गया था। समिति को 3 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देनी थी। समिति ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें एलएलएम छात्र नवीन राय और पीएचडी छात्र उमंग चौधरी को निष्कासित किया गया।
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