वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक के खिलाफ, मुनव्वर राणा की बेटी को शान्ति भंग का नोटिस
दस लाख का मुचलका भरने का आदेश
लखनऊ। घंटाघर पर सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद चर्चा में आईं मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राणा को लखनऊ पुलिस ने नोटिस भेजा है। इसमें दस लाख का मुचलका भरने की बात कही गई है। सुमैया ने कहा- लखनऊ पुलिस से वॉट्सऐप पर नोटिस मिला है। इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे। सुमैया राणा ने कहा है कि वक्फ बिल का विरोध करने पर उनके खिलाफ असंवैधानिक तरीके से नोटिस जारी की गई है। नोटिस में मेरी वजह से शांतिभंग होने का हवाला दिया गया है। इस नोटिस से डरने वाली नहीं। पुलिस और सरकार के हर गलत कदम का सामना करूंगी।
उन्होंने कहा है कि इस देश में जो भी संविधान के खिलाफ कार्य होगा। उसके खिलाफ लड़ाई लड़ती रहूंगी। पुलिस की नोटिस या किसी असंवैधानिक कार्रवाई से डरने वाली नहीं हूं। सुमैया कहती हैं बिल का विरोध आगे भी करूंगी। यह बिल संविधान विरोधी है जिसे किसी भी परिस्थिति में सही नहीं कहा जा सकता है। वक्फ संशोधन बिल लाकर मुस्लिम समुदाय की वक्फ संपत्तियों को सरकार कब्जा करना चाहती है। वक्फ हमारे बुजुर्गों की दी संपत्ति है, जिसे मुसलमान कब्रिस्तान, मस्जिद, इमामबाड़ा के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। वक्फ संपत्ति मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए है। सरकार की हर गलत नीति और संविधान विरोधी कदम का विरोध जारी रहेगा।
गौरतलब है कि शायर मुनव्वर राणा की बेटी सुमैया राणा को दो दिन पहले शुक्रवार को हाउस अरेस्ट किया गया था। उनके आवास पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। सुमैया राणा ने कहा था- जो पुलिसकर्मी तैनात हैं उनके पास किसी प्रकार का लिखित में आदेश नहीं है। मात्र अफवाह की बुनियाद पर हमारे घर पर पुलिस पहरा दे रही। यह संविधान के खिलाफ है। समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र यादव और सोशल एक्टिविस्ट उजमा परवीन को भी नोटिस जारी किया गया है।
महेन्द्र यादव ने कहा- वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक के खिलाफ हूं। इसलिए सरकार मेरे खिलाफ कानूनी कार्यवाही करके डराना चाहती है। मेरे घर पर दो सम्मन भेजे गए हैं। कहा है कि सरकार के काले कानूनों नोटबंदी, सीएए, एनआरसी, लॉकडाउन, फर्जी वैक्सीन, कृषि क़ानून की तरह ही वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक का विरोध करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।
टिप्पणियां