लाखो रुपए के पेड़ ले उड़ी कोको, वृक्षारोपण के नाम पर बड़ा भ्रष्टाचार

 मनरेगा का पैसा अधिकारियों के लिये बना अवैध कमाई का प्रमुख जरीया

लाखो रुपए के पेड़ ले उड़ी कोको, वृक्षारोपण के नाम पर बड़ा भ्रष्टाचार

वृक्षारोपण और देखभाल पर खर्च कर दिए लाखो रुपए खर्च के बाद भी मौके पर नही एक भी पेड़ मौजूद जनपद के वरिष्ठ अधिकारी पुरे भ्रष्टाचार कों जानते हुये भी बने हुये है अंजान

शामली। थानाभवन क्षेत्र के गांव यारपुर  में मनरेगा के धन हुयी बंदरबांट  शमशान घाट की भूमि पर ग्राम पंचायत सचिव व अवर अभियंता ने ग्राम प्रधान से गाँव के शमशान घाट में  मिलीभगत करके मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2023 में वृक्षारोपण, मिट्टी भराव, झाड़ी कटिंग व वृक्षों की देखभाल के नाम पर करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च करना दिखाकर  सरकारी धन की बंदरबांट कर ली है। लेकिन मौके पर कोई भी पेड़ मोजूद नही है। शिकायतकर्ता परविंदर कुमार ने उक्त प्रकरण की जनपद के उच्चाधिकारीयो कों शिकायत करते हुये भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम प्रधान,सचिव व अवर अभियंता के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

अगर अन्य ग्राम पंचायतो  कों भी देखा जाये तो ऐसा ही मामला क्षेत्र के गांव खानपुर में सामने आया था। जिसमें गाँव के शमशान घाट, कब्रिस्तान, शिव मंदिर आदि स्थानों पर ग्राम प्रधान, सचिव व अवर अभियंता  ने आपस में मिलीभगत करते हुये मनरेगा के खाते से पेड़ व उनकी देखभाल के नाम पर लाखो रुपये निकालने के मामले का आरटीआई से मिली सूचना के आधार पर खुलासा हुआ था। क्षेत्रीय समाचार पत्रों द्वारा उक्त भ्रस्टाचार कों प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद भी जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भ्रस्टाचार में लिप्त लोगो के खिलाफ कोई कार्यवाही नही करने के चलते भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद है।

" वर्षो से एक ही ब्लाक में तैनात है भ्रस्टाचार में लिप्त अवर अभियंता"

भ्रस्टाचार का मुख्य सूत्रधार अवर अभियंता अपने राजनेतिक रसूख के चलते  पिछले कई वर्षों से थानाभवन ब्लाक में तैनात है। लघु सिंचाई विभाग का अवर अभियंता होने के बावजूद नियम विरुध ग्रामीण अभियंत्रण व मनरेगा के कार्यों का खुद ही स्टीमेट व एमबी बनता है और सूत्रों की माने तो खुद ही ठेकेदारी करते हुये मनरेगा का कार्य करने के नाम पर सरकारी धन की बंदरबांट करता है।

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