कांग्रेस के साथ हूं, लेकिन यहां बीजेपी जीतेगी

कांग्रेस के साथ हूं, लेकिन यहां बीजेपी जीतेगी

  
विनॉय तमांग: लोकसभा चुनाव में कई दिलचस्प वाकये भी देखने को मिल रहे हैं. इसी कड़ी में एक मजेदार घटना तब पश्चिम बंगाल से सामने आई है जहां कांग्रेस के राज्य महासचिव और गोरखा नेता विनॉय तमांग ने बीजेपी के लिए वोट मांगलिया. इसके बाद जो हुआ वो देशभर में चर्चा का विषय बन गया. असल में हुआ यह कि कांग्रेस ने पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के महासचिव विनय तमांग को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के चलते मंगलवार को छह साल के लिए दल से निष्कासित कर दिया. कांग्रेस ने यह कदम गोरखा नेता द्वारा बीजेपी के दार्जीलिंग लोकसभा सीट उम्मीदवार राजू बिस्ता को समर्थन दिए जाने के कुछ घंटों के बाद उठाया.


असल में कांग्रेस नेता बिनॉय तमांग ने मंगलवार को कहा कि वह चुनाव में दार्जिलिंग लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार राजू बिस्ता का समर्थन करेंगे और पहाड़ी क्षेत्र के लोगों से भी बीजेपी प्रत्याशी को वोट देने का आग्रह करेंगे. पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव तमांग ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय "सभी मुद्दों पर गहन विचार और समझने के बाद खुद लिया है.

बीजेपी उम्मीदवार का समर्थन कर दिया..
तमांग ने कहा कि मैं दार्जिलिंग पर्वत, सिलीगुड़ी तराई और डुअर्स के लोगों की संवैधानिक सुरक्षा और न्याय के लिए दार्जिलिंग निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार राजू बिस्ता को अपना हार्दिक समर्थन देता हूं. उन्होंने कहा कि मैं दार्जिलिंग पर्वत, सिलीगुड़ी तराई के अपने सभी सम्मानित साथी नागरिकों, अपने सहयोगियों, समर्थकों, शुभचिंतकों, दोस्तों, रिश्तेदारों और परिवारों से विनम्र अनुरोध करता हूं कि वे ‘कमल’ के निशान पर बीजेपी उम्मीदवार राजू बिस्ता को अपना बहुमूल्य वोट दें.

कारण भी गिना दिया..
इतना ही नहीं बिनॉय तमांग ने भारतीय गोरखा परिसंघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनीश तमांग को दार्जिलिंग लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाने के कांग्रेस फैसले पर नाराजगी व्यक्त की, क्योंकि कांग्रेस में शामिल होने के बाद करीब सप्ताह भर बाद ही उन्हें टिकट दिया गया है. तमांग ने न्यूज एजेंसी को बताया कि कांग्रेस नेतृत्व ने दार्जिलिंग लोकसभा सीट से मुनीश तमांग को पार्टी उम्मीदवार बनाए जाने का फैसला करने से पहले न तो उनसे और न ही पार्टी के पर्वतीय क्षेत्र के किसी नेता से परामर्श किया. 

अधिक तवज्जो नहीं देते..
उन्होंने कहा कि मैं अब भी कांग्रेस के साथ हूं. लेकिन यहां बीजेपी जीतेगी. हम यहां इसका अहसास कर सकते हैं. हम मुनीश तमांग का समर्थन नहीं करते हैं क्योंकि यहां कांग्रेस के किसी भी नेता से इस बारे में सलाह नहीं ली गई. तमांग ने कहा कि कांग्रेस से उनका निष्कासन ‘गोरखा की जीत’ है और वह इसे अधिक तवज्जो नहीं देते. कांग्रेस से मेरा निष्कासन गोरखा की जीत और सबसे पुरानी पार्टी की हार है. 

वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक मनोज चक्रवर्ती ने कहा कि विनय तमांग को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए छह साल के लिए संगठन से निष्कासित कर दिया गया है और यह तत्काल प्रभाव से प्रभावी हो गाया है. बता दें कि दार्जिलिंग में 26 अप्रैल को मतदान होना है.

Tags: BANGAL

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