
अरवल। तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर बुधवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मेडिकल विंग द्वारा रेलवे जंक्शन स्टेशन पर रेल यात्रियों एवं अन्य सभी लोगों की जागरूकता के लिए तंबाकू निषेध प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन आरपीएफ इंस्पेक्टर वंदना कुमारी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम को संबोधित कर उन्होंने कहा कि ब्रह्मा कुमारीज द्वारा तंबाकू एवं अन्य व्यसनों के प्रति लोगों को जागरूक करने का यह बहुत अच्छा प्रयास है। उन्होंने रेल यात्रियों से आह्वान किया कि यात्रा के दौरान आप खुद भी नशीले पदार्थ का सेवन ना करें और दूसरों को भी सतर्क करते रहें।
जीआरपी इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार सिंह ने कहा कि तंबाकू एक धीमा जहर है।जिसका सेवन करके तत्काल तो अच्छा लगता है। लेकिन धीरे-धीरे हम उसकी गिरफ्त में आकर अपने स्वास्थ्य,यहां तक कि जीवन को भी तबाह कर देते हैं।स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी स्नेहा बहन ने विषय पर संबोधित कर कहा कि भारत सरकार देश के 372 जिलों का चुनाव कर वहां लोगों को नशा मुक्ति के लिए जागरूक करने के लिए नशा मुक्त भारत अभियान चला रही है। जिसमें उन्होंने ब्रह्मा कुमारीज के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। जिसके तहत संस्थान व्यापक स्तर पर इन स्थानों पर लोगों को नशे के बारे में जागरूक करेगी और इनसे छुटकारा दिलाने में मददगार बनेगी।
तंबाकू के सेवन से हर वर्ष 80 लाख लोगों की मृत्यु होती है। उसमें से 13.5 लाख लोगों की मृत्यु सिर्फ भारत में होती है। इससे 40 तरह के कैंसर एवं 25 प्रकार की बीमारियां होती हैं। कैंसर से होने वाली हर तीन मृत्यु में एक का कारण तंबाकू का सेवन है। एक सिगरेट के सेवन से 11 मिनट आयु कम हो जाती है और हर 6 सेकंड में एक मृत्यु का कारण सिगरेट है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तंबाकू निषेध दिवस की थीम रखी है हमें भोजन की आवश्यकता है, तंबाकू की नहीं। संस्थान द्वारा विभिन्न राज्यों के 1021 व्यसनियों को राजयोगी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया और पाया कि 65 प्रतिशत व्यसनी लोग प्रथम महीने में ही तंबाकू सेवन त्याग दिया। एक वर्ष में लगभग 85 फीसदी लोग व्यसन से मुक्त हो गये। बाकी लोगों ने भी कुछ समय बाद व्यसन छोड़ दिये।