जिला स्तरीय प्रशिक्षण सह कर्मशाला का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया

जिला स्तरीय प्रशिक्षण सह कर्मशाला का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया
 

सुपौल(तरूणमित्र) दिनांक 01.06.2023 को खरीफ महाभियान 2023 अन्तर्गत जिला स्तरीय प्रशिक्षण सह कर्मशाला का जिला पदाधिकारी, सुपौल,  कौशल कुमार के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया गया। जिला पदाधिकारी, सुपौल द्वारा सभी योजनाओं का ससमय संचालन कर शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने का निदेश दिया गया। साथ ही खरीफ 2023 में उर्वरक का परिचालन सही तरीके से करने का निदेश दिया गया।
 

जिला कृषि पदाधिकारी सुपौल,  अजीत कुमार यादव द्वारा जिला पदाधिकारी सहित सभी पदाधिकारियों एवं कृषकों का स्वागत करते हुए कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर प्रकाश डाला गया। उनके द्वारा बताया गया कि सुपौल में मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजनान्तर्गत 63 क्विंटल धान बीज वितरण किया जाना है, जिसमें 90% अनुदान का प्रावधान है एवं अनुदानित दर पर बीज वितरण कार्यक्रम के तहत कुल 2000 क्विंटल धान बीज वितरण किया जाना है, जिसमें 50% अनुदान का प्रावधान है।

जिले में वर्त्तमान खरीफ मौसम में सुपौल जिलान्तर्गत विभिन्न फसलों के कुल 97000 हे0 में आच्छादन की संभावना के मद्देनजर 30225 मे0टन यूरिया 16900 मे0टन डी०ए०पी० एवं 16900 मेण्टन एन०पी०के० एवं 8450 मे0टन एम0ओ०पी० की आवश्यकता का आंकलन किया गया है, जिसमें से मई महीने तक 12450 मे0टन यूरिया, 5136 मे0टन डी०ए०पी० एवं 4427 मे0टन एन०पी०के० एवं 545 मे0टन एम0ओ0पी0 की प्राप्ति की जा चुकी है। वर्तमान में स्थिति सामान्य है ससमय उर्वरक की उपलब्धता हेतु विभाग से अनुरोध किया गया है, ताकि कृषकों को खरीफ मौसम में उर्वरक की कमी न हो। विक्रेताओं के भंडार का सतत सत्यापन एवं निगरानी/छापेमारी किया जा रहा है ताकि विक्रेता कालाबाजारी न कर सके और न ही जीरो टॉलरेन्स नीति का उल्लंघन कर सकें ताकि खरीफ में किसानों को उर्वरक सुलभ तरीके से उपलब्ध हो सके। उर्वरकों की कालाबाजारी से निपटने के लिए सभी कृषि समन्वयकों को उर्वरक निरीक्षक बनाया गया है सभी अनुमंडल में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी नोडल पदाधिकारी के रूप में उर्वरक के परिचालन का अनुश्रवण करेंगे। इस संबंध में किसान भाईयों से अनुरोध है कि वे अनुशंसित मात्रा में ही उर्वरकों का प्रयोग करें। ऐसा प्रायः देखा जाता है कि किसान भाई अनुशंसित मात्रा से दोगुणा तीनगुणा मात्रा में उर्वरक का प्रयोग करते हैं। ऐसी परिस्थिति में लक्ष्य के अनुरूप उर्वरक प्राप्त होने पर भी उर्वरक की कमी हो जाती है।

>जिला पदाधिकारी, सुपौल के कर कमलों द्वारा 10 (दस) कृषकों को अनुदानित दर पर धान बीज वितरण किया गया है। 

> जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, सुपौल द्वारा बताया गया कि वर्तमान में मक्का फसल कटनी प्रयोग किया जाना है, जिसमें सभी किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी को फसल कटनी प्रयोग ससमय निष्पादित करने का निदेश दिया गया है।

> जिला पशुपालन पदाधिकारी, सुपौल के प्रतिनिधि द्वारा पशुपालन विभाग के संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। 

> जिला मत्स्य पदाधिकारी, सुपौल के द्वारा जिले में संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

> जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका द्वारा जीविका से संबंधित सभी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

> सहायक निदेशक उद्यान द्वारा जिले में संचालित उद्यान से संबंधित योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

> सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) द्वारा जिले में संचालित सभी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

> नोडल पदाधिकारी के रूप में नामित  विनय कुमार पाण्डे, उप निदेशक (रसायन), मिट्टी जाँच प्रयोगशाला, पटना के द्वारा खरीफ 2023 में संचालित होने वाले सभी योजनाओं का उपलब्धि लक्ष्य के अनुरूप ससमय शत्-प्रतिशत पूर्ण करने का निदेश दिया गया। 

>  सनत जयपुड़ियार, उप निदेशक (शष्य) प्रक्षेत्र, संयुक्त निदेशक (शष्य), सहरसा प्रमण्डल, सहरसा कार्यालय द्वारा ससमय उपादान बीज वितरण करने का निदेश दिया गया साथ ही उर्वरक के परिचालन में सतर्कता बरतने का निदेश दिया गया।