भारत के राज्य संप्रतीक के सही उपयोग के सम्बंध में दिशा निर्देश जारी
बदायूं। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने बताया कि भारत का राज्य संप्रतीक भारत सरकार की आधिकारिक मोहर है, जो सम्राट अशोक के सारनाथ सिंह स्तम्भ से लिया गया है। भारत के राज्य संप्रतीक का डिजाइन भारत का राज्य संप्रतीक (अनुचित प्रयोग प्रतिषेध) अधिनियम 2005 की अनुसूची के परिशिष्ट प्रथम व द्वितीय में दिया गया है। उन्होंन बताया कि शासन स्तर से भी राज्य संप्रतीक के सही उपयोग के सम्बंध में दिशा निर्देश जारी करते हुए प्रचार-प्रसार कराने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी एजेन्सियां, जो अपने स्टेशनरी, प्रकाशन, मोहरों, वाहनों, भवनों, वेबसाइटों पर भारत के राज्य संप्रतीक का उपयोग कर रही हैं, वे अक्सर सत्यमेव जयते के आदर्श वाक्य को छोड़ देती हैं और मात्र सिंह शीर्ष को दर्शाती हैं। इसके अतिरिक्त भारत के राज्य संप्रतीक का डिजाइन भारत का राज्य संप्रतीक (अनुचित प्रयोग प्रतिषेध) अधिनियम, 2005 की अनुसूची के परिशिष्ट प्रथम व द्वितीय में निर्धारित डिजाइन के अनुरूप नहीं है। साथ ही भारत का राज्य संप्रतीक सिंह शीर्ष के नीचे (देवनागरी लिपि में) आदर्श वाक्य सत्यमेव जयते अंकित किये बिना अधूरा है, जो उपर्युक्त अधिनियम का उल्लंघन है।
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