पशु चिकित्सक गोवंशों को हीट वेव से बचाने के लिए संपूर्ण उपायों को सुनिश्चित करें--जिलाधिकारी
फ़िरोज़ाबाद, जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में पशुपालन और मनरेगा के कार्यों की समीक्षा बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी पशु चिकित्सक गोवंशों को हीट वेव से बचाने के लिए संपूर्ण उपायों को सुनिश्चित कर लें, साथ ही साथ सभी पशु चिकित्सक क्षेत्रों में भ्रमण कर हरे चारे इत्यादि की व्यवस्था को देख लें और जहां हरे चारे की उपलब्धता न हो, वहां तुरंत हरे चारे की व्यवस्था कराऐं, ताकि गोवंशों को भूसे पर निर्भर न रहना पड़े। इसके अलावा जिलाधिकारी ने मनरेगा के कार्यों की एक विस्तृत समीक्षा की, जिसमें समीक्षा के दौरान डीसी मनरेगा ने अवगत कराया कि जनपद में कुल एक लाख 85000 जॉब कार्ड मनरेगा के अंतर्गत बने हैं, जिसमें 1 लाख सक्रिय है।
उन्होंने कहा कि पात्र लोगों के जॉब कार्ड अवश्य बनायें जाये।
उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि सभी खंड विकास अधिकारी अप्रैल से जुलाई तक 20 बड़े कार्यों का चयन कर लें, जिसमें सड़क, अमृत सरोवर, खेल के मैदान जैसे बड़े कार्य शामिल हो, उस पर कार्य करें, जिससे नागरिकों की समस्याओं का हल तो होगा ही साथ ही साथ गांव की दिशा एवं दशा भी बदलेगी, इसके लिए बृहद योजना बना लें, सभी अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र को बढ़ाएं और बड़े कार्यो पर काम कराऐं, अन्यथा उन पर कठोर कार्यवाही कराई जाएगी, उन्होंने कहा कि एन0आर0एम0 (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन) से होने वाले खेत, तालाब इत्यादि पर गंभीरता से कार्य करें, गांव में जल भराव की स्थिति न रहें, साथ ही साथ तलाबों को संरक्षित भी करें, परियोजना निदेशक व जिला विकास अधिकारी और डीसी मनरेगा मिलकर एक सर्वे कराऐं और प्राथमिकता के कार्य कराऐं, मनरेगा से आंगनबाड़ी केन्द्र के भवन के निर्माण की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि, टूण्डला में 14 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से एक का भी निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। जिस पर जिलाधिकारी अत्यंत नाराज नजर आये, उन्होंने वहां के खंड विकास अधिकारी को चार्जशीट देने के निर्देश दिये।
उन्होंने एरिया ऑफिसर एप्प के माध्यम से निरीक्षण की समीक्षा करते हुए सख्त शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि, जो भी सहायक अभियंता निरीक्षण नहीं करेगा उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
साथ ही साथ जिलाधिकारी ने कहा कि गांव में एक महिला मेट अवश्य होनी चाहिए। ए0पी0ओ0 व खंड विकास अधिकारी तत्काल महिला मेट का चयन कराऐं, 100 दिवस का रोजगार प्राप्त कर चुके परिवारों की समीक्षा करते हुए, जिलाधिकारी ने पाया कि केवल 9 हजार 73 ऐसे परिवार है। जिन्होंने 100 दिवस का रोजगार पूर्ण किया है, जिलाधिकारी ने कहा कि यह संख्या अत्यंत न्यूनतम है, इस वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिवस का रोजगार प्राप्त कर चुके परिवारों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक होनी चाहिए, अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य करें, गुणवत्ता पूर्ण कार्य करें, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके।
बैठक के दौरान परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, डीसी मनरेगा सहित समस्त खंड विकास अधिकारी इत्यादि उपस्थित रहें।
टिप्पणियां