सरगुजा संभाग में अगले चार दिनों तक भीषण गर्मी और लू की चेतावनी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है और प्रदेश में औसतन तापमान 43 से 44 डिग्री सेल्सियस तापमान चल रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के तापमान में लगातार वृद्धि होने की संभावना जताई है। अगले 48 घंटों में तापमान में 1-2 डिग्री की और वृद्धि हो सकती है। मौसम विभाग ने मौसम के इस बदलाव के पीछे पश्चिमी विक्षोभ और द्रोणिकाओं का प्रभाव होना बताया है। मौसम विभाग ने 23 अप्रैल से 25 अप्रैल तक मध्य छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर लू चलने की संभावना जताई है। विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग और इससे सटे इलाकों में अगले चार दिनों तक भीषण गर्मी और लू की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में उत्तर पश्चिमी हवाओं के प्रभाव के कारण मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ में अधिकतम तापमान में वृद्धि संभावित है। छत्तीसगढ़ के मध्य क्षेत्रों में में अगले 5 दिनों तक अधिकतम तापमान 42-44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, रायपुर इस समय छत्तीसगढ़ का सबसे गर्म जिला है। मंगलवार को भी यहां तापमान 44 डिग्री तक पहुंचने की संभावना जताई गई है जबकि रात का तापमान 28 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है।
बस्तर संभाग में मौसम विभाग ने बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, और बीजापुर जिलों में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटों में बस्तर संभाग के भानपुरी में 20 मिमी और तोकापाल में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं उत्तरी छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर लू चली। सोमवार को प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस रायपुर में दर्ज किया गया। सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस जगदलपुर में दर्ज किया गया।बिलासपुर में सोमवार को दिन का तापमान 43.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2.6 डिग्री अधिक है। रात का तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया, जो औसत से 2.8 डिग्री ज्यादा है। दुर्ग संभाग में भी गर्मी है। सोमवार को दुर्ग जिले में दिन का तापमान 42.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है। रात का तापमान 23.8 डिग्री रहा, जो औसत से 2.2 डिग्री कम है। मौसम विभाग की दी गई जानकारी के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान और उसके आसपास चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के रूप में 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक उत्तर दक्षिण द्रोणिका उत्तर छत्तीसगढ़ से मन्नार के खड़ी तक तेलंगाना रायल सीमा और तमिलनाडु होते हुए 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
-
टिप्पणियां