12 अप्रैल फिल्म गीतकार गुलशन बावरा के जन्मदिवस के लिये हमेशा यादगार रहेगा  

गुलशन बावरा ने...मेरे देश की धरती सोना उगले,' यारी है ईमान मेरा' जैसे दर्जनों यादगार गाने हिंदी सिनेमा को दिये

12 अप्रैल फिल्म गीतकार गुलशन बावरा के जन्मदिवस के लिये हमेशा यादगार रहेगा  

बॉलीवुड । हिंदी सिनेमा को 'मेरे देश की धरती सोना उगले' से लेकर 'यारी है ईमान मेरा' तक दर्जनों यादगार गाने देने वाले मशहूर फिल्म गीतकार गुलशन बावरा का जन्म 12 अप्रैल 1938 को अविभाजित भारत शेखुपुरा (अब पाकिस्तान) में हुआ। हिन्दी फिल्म उद्योग के 49 वर्षों के सेवाकाल में गुलबुशन बावरा ने 250 से ज्यादा गीत लिखे। उनका मूल नाम गुलशन मेहता था और फिल्मों में काम शुरू करने से पहले वे भारतीय रेल में काम करते थे।

फिल्म उद्योग में उन्हें पहला गीत लिखने का अवसर 1959 में फिल्म चंद्रसेना में मिला। बावरा को फिल्म 'उपकार' में 'मेरे देश की धरती' और फिल्म 'जंजीर' में 'यारी है ईमान मेरा' गीत के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार मिला था। उन्होंने फिल्म 'सनम तेरी कसम', 'अगर तुम न होते', 'सत्ते पे सत्ता', 'यह वादा रहा', 'हाथ की सफाई' और 'रफूचक्कर' को अपने गीतों से सजाया था। 7 अगस्त 2009 को मुंबई के पालीहिल स्थित निवास में लंबी बीमारी के बाद गुलशन बावरा का निधन हो गया।

 

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां