शिकायत निस्तारण: चौके के बाद डीएम प्रतापगढ़ ने मारा छक्का!
निस्तारित शिकायतों की संख्या 28 से हुई 35, और बढ़ोत्तरी की है उम्मीद
प्रतापगढ़। एक वह भी जमाना था कि हर माह में दो बार संपूर्ण समाधान दिवस के आयोजन में अनेक विभागों के अधिकारियों की बल्ले बल्ले रहती थी। साहब गाड़ी से उतरते थे और एक हाथ में डायरी लिए संपूर्ण समाधान दिवस में ऐसा प्रवेश करते थे मानो पिकनिक दिवस मनाने आए हो। यदि विभागीय एक दो शिकायतें आ भी गई तो फरियादियों को वहीं अधिकारी समझा बुझाकर शिकायती पत्र को डायरी में रखकर लौट आते थे और जरूरत होने पर शिकायतों की जांच के लिए अधीनस्थों को भेज कर आख्या तहसील को भेज दिया करते थे और कार्य की इतिश्री समझ लेते थे।
कहने का तात्पर्य यह है कि अधिकारी शिकायतों की गंभीरता को नहीं समझते थे और समाधान दिवस को मजाक बना रखे थे वहीं शिकायतकर्ता समस्याओं का सही ढंग से निस्तारण न होने की दशा में दो से चार, पांच बार तहसील का चक्कर लगाता था। यही कारण रहा कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 200 से 300 शिकायतों में मुश्किल से सात या आठ शिकायतों का ही निस्तारण विगत वर्षों में होता रहा और शेष शिकायतों की समीक्षा न होने की स्थिति में शिकायतों का अंबार और फरियादियों की अपार भीड़ देखने को मिलती रही।
वर्तमान जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने स्थिति को भांपते हुए गत 5 अप्रैल को तहसील सदर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस मे कड़ा रुख अपनाते हुए प्राप्त हुए 204 शिकायतों में 28 शिकायतों का निस्तारण मौके पर कर दिया जो विगत वर्षों की तुलना में अत्यधिक निस्तारित हुआ जिससे शिकायतकर्ताओं में समाधान दिवस के प्रति विश्वास की भावना जागृत हुई। वहीं जिलाधिकारी ने इस दिवस की महत्ता को बताते हुए अधिकारियों को सचेत भी किया। इस प्रकरण पर तथ्यात्मक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए*तरुणमित्र*में दि0 -07अप्रैल के अंक में समाचार प्रकाशित हुआ था जिसका संज्ञान लेते हुए डीएम फुल ऐक्शन में आ गए।
05 अप्रैल को संपूर्ण समाधान दिवस के बाद 19 अप्रैल को इस बार पट्टी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने की। इस दिवस पर कुल 234 फरियादियों ने शिकायती पत्र दिया जिसमें राजस्व विभाग की 35 शिकायतों का निस्तारण डीएम ने मौके पर ही कर दिया। इसी प्रकार संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त अन्य शिकायतों के संबंध में डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिन विभागों की दो या उससे कम शिकायतें हैं वह संपूर्ण समाधान दिवस के उपरांत मौके पर जाकर आज ही शिकायतों का निस्तारण करते हुए तहसील को सूचित करें तथा जिन विभागों की दो से अधिक शिकायतें आई हैं वह कम से कम दो शिकायतों का निस्तारण अवश्य करें इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी और कोई भी गरीब व्यक्ति किसी कल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रह जाए। डीएम के इस कड़े तेवर को देख जहां एक और अधिकारी भी सकते में आ गए हैं तो वहीं दूसरी ओर फरियादियों और जनता में अब विश्वास हो चला है कि उनकी शिकायतों को अवश्य सुना जाएगा और समस्याओं का त्वरित समाधान भी होगा।निःसंदेह, अब सम्पूर्ण समाधान दिवस की सार्थकता महसूस की जा सकती है।
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