हिसार में पांच गांवों के सरपंचों की चेतावनी,बस रुट बहाल नहीं किया तो होगा आंदोलन
गांव वाले करेंगे रोड जाम, एसएफआई ने जताया समर्थन
हिसार । हांसी उपमंडल के अनेक गांव लोहारी राघो, माजरा, पाली, ढाणी कुम्हारान, मोठ करनैल, मोठ रांगडान, गढ़ी अजीमा और ढाणी ब्राह्मण में सरकारी बस रुट बदले जाने के खिलाफ ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। रुट बदलने से अब छात्रों और आम नागरिकों को हांसी तक पहुंचने में लम्बा रास्ता तय करना पड़ रहा है जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इस संबंध में मंगलवार को रोडवेज कार्यालय में महाप्रबंधक की अनुपस्थिति में अन्य रोडवेज अधिकारी को दिए मांग पत्र में बस का रुट पहले की तरह करने की मांग करते हुए गांवों के सरपंचों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि हमारी मांगे पूरी करो अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में कई सरपंच शामिल रहे। इनमें राजकुमार उर्फ काला सरपंच प्रतिनिधि, ग्राम पंचायत मोठ कुम्हारान, सुनील सरपंच, ग्राम पंचायत मोठ करनैल, जसवंत सरपंच, ग्राम पंचायत मोठ रांगडान, सोनू सरपंच, ग्राम पंचायत लोहारी राघो आदि शामिल रहे। उनके साथ मौजूद रहे छात्र नेता दीपक वर्मा ने एसएफआई की ओर से पूर्ण समर्थन जताया। इससे पूर्व सभी प्रतिनिधियों ने यातायात इंचार्ज रवींद्र से मुलाकात की और बस रुट से जुड़ी समस्याओं को विस्तार से रखा। इस दौरान सरपंच सुनील और सरपंच जसवंत ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि अगर हमारी मांगें कल तक पूरी नहीं हुई तो सभी गांवों के लोग सडक़ पर उतरेंगे और सडक़ जाम कर आंदोलन कर सकते हैं जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।एसएफआई की मुख्य मांगेंपुराना बस रुट तुरंत बहाल किया जाए, ग्रामीण क्षेत्रों में बसों की संख्या बढ़ाई जाए, राज्य में बसों की भारी कमी को दूर किया जाए, युवाओं को ड्राइवर, कंडक्टर आदि पदों पर रोजगार दिया जाए, छात्र नेता दीपक वर्मा ने कहा कि एसएफआई पूरी तरह से गांव वालों के साथ है। सरकार ग्रामीण परिवहन व्यवस्था को नजरअंदाज कर रही है, जबकि ये सीधा शिक्षा और रोजगार से जुड़ा मसला है। यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो यह सिर्फ पांच गांवों तक सीमित नहीं रहेगा, यह जन आंदोलन बनेगा।
टिप्पणियां