हमारी भावी पीढ़ी भारतीय संस्कृति की बने सम्वाहक - राजकुमार सिंह
बस्ती - शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रान्त द्वारा आयोजित सरस्वती प्रतिभा खोज परीक्षा में सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग के भैया अरुणेश त्रिपाठी ने गोरक्ष प्रान्त में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय को गौरवान्वित किया है। इसी प्रकार भैया अनंत पाण्डेय और भैया गौरव शुक्ला ने क्रमशः चतुर्थ और षष्ठम स्थान प्राप्त किया। भैयाओं के इस श्रेष्ठ सफलता पर उन्हें और अभिभावकों को सम्मानित किया गया।विद्यालय के प्रधानाचार्य गोविन्द सिंह ने अतिथियों का परिचय कराया व अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।उन्होंने वन्दना सभा में सरस्वती प्रतिभा खोज परीक्षा परिणाम की घोषणा की तथा छात्रों को उनकी सफलता पर बधाई दी।
उन्होंने आगे कहा कि इस परीक्षा में पूरे प्रान्त के भैयाओं ने प्रतिभाग किया था जिसमे अपने विद्यालय के कुल 27 भैया ने परीक्षा दिया जिसमे से 21 भैया उत्तीर्ण हुए 11 भैयाओं को मेधावी घोषित किया गया।
मुख्य अतिथि राजेन्द्र देव त्रिपाठी ने सभी उत्तीर्ण भैयाओं को इनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दी साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की कालजयी संस्कृति को जन-जन तक पहुँचाने के लिए तथा उनके हृदय में इसका गौरव स्थापित करने के लिए कुरुक्षेत्र स्थित विद्याभारती संस्कृति शिक्षा संस्थान निरंतर प्रयासरत है।कार्यक्रम का संचालन आशीष सिंह ने किया।
वन्दना के पश्चात क्षेत्रीय संस्कृति बोध परियोजना संयोजक राजकुमार सिंह ने संस्कृति बोध परियोजना प्रमुखों के साथ बैठक में कहा कि हमारी भावी पीढ़ी भारतीय संस्कृति की सम्वाहक बने। दीर्घकालीन परतंत्रता के कारण मानवीय मूल्यों में गिरावट दिखाई दे रही है, उसका समूल निराकरण करके भारतीय संस्कृति का यश सर्वत्र फैलाना वर्तमान समय की माँग है। इस दृष्टि से विद्या भारती ने विपुल तथा उच्च कोटि का साहित्य भी तैयार कर लिया है।
विद्यालयों में कक्षा - 3 से 12 तक " संस्कृति बोध माला 01 से 10 तथा घरों में माता- पिता तथा समाज में अन्य लोगों के लिए " संस्कृति बोधमाला (प्रवेशिका), मध्यमा, उत्तमा तथा प्रशा पुस्तक जिसका क्रमशः मूल्य कक्षा - 3 से 12 तक 50/- (प्रवेशिका, मध्यमा तथा उत्तमा (शिक्षक अभिभावक, तथा आम समाज के लिए) 60/- तथा प्रज्ञा पुस्तक का मूल्य 100 /- रूपए होगा।
विद्याभारती इस योजना को प्रत्येक भारतीय तक ले जाने के लिए प्रयासरत है। इस दृष्टि से विद्याभारती ने यह संकल्प लिया है कि 16 से 31 अगस्त अर्थात 15 दिनों का महाअभियान चलेगा, उसके द्वारा समाज के समस्त प्रबुद्ध वर्ग को अपनी गौरवशाली संस्कृति के उज्जवल पक्षों का बोध करायेंगे। उसके लिए हमारे विद्यालयों के आचार्य, पूर्व छात्र, शिक्षक, विद्वत परिषद्, मातृ भारती तथा प्रबंध समिति के सदस्य समाज के न्यूनतम 10-10 व्यक्तियों को विद्याभारती संस्कृति बोध परियोजना " की जानकारी देंगे और उसके साथ जोड़ेंगे। तत्पश्चात इस महाअभियान की सफलता का मूल्यांकन करने की दृष्टि से " संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन सम्पूर्ण देश में किया जायेगा। परीक्षा जनवरी के अंतिम सप्ताह में होगी। कक्षा-8 से 12 तक प्रवेशिका, मध्यमा तथा उत्तमा व प्रज्ञा श्रेणी की परीक्षा का प्रश्न पत्र OMR Sheet पर हल किया जायेगा। सहभागिता प्रमाण पत्र सभी की दिया जायेगा।पंजीयन, परीक्षा तथा प्रमाण पत्र निःशुल्क रहेगा। श्रेणीशः प्रथम स्थान को समारोह में पुरस्कृत भी किया जायेगा। उक्त बैठक में संस्कृति बोध परियोजना प्रान्त प्रमुख भानु प्रताप त्रिपाठी , बस्ती जनपद में सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य, मंजुला श्रीवास्तव, गौरी शंकर गुप्ता, दीपिका पाण्डेय, वायुनन्दन मिश्र आदि उपस्थित रहे।
अवकाशोपरांत आये हुए अतिथियों ने बैठक कर संस्कृति बोध के व्यापीकरण हेतु प्रोत्साहित किया और प्रधानाचार्य जी ने नवीन आचार्य बंधु भगिनी के परिचय के साथ सबके प्रति आभार ज्ञापित किया एवं शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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