बेमौसम बारिश से आम बागवानों के चेहरे खिले...!
लखनऊ से सटे प्रख्यात आम बेल्ट काकोरी, माल, मलिहाबाद क्षेत्र में खुशी की लहर
रामलखन रावत
- बारिश से आम के पेड़ों की हुई धुलाई, होगा फायदेमंद: कृषि वैज्ञानिक डॉ. पीके
काकोरी, लखनऊ। राजधानी लखनऊ में स्थित काकोरी, मलिहाबाद व माल क्षेत्र फलों के राजा आम के लिए विश्वप्रसिद्ध है। यहां पर अधिकांश किसानों का जीवनयापन आम के बगीचों से अर्जित की गई आय पर ही निर्भर रहता है। बृहस्पतिवार को हुई बेमौसम बरसात ने आम बागवानों के चेहरों पर खुशी की लहर दिखी तो वही दूसरी फसल गेहूं के किसानों के लिए नुकसानदायक सबित हुई। वर्तमान समय में फलपट्टी क्षेत्र काकोरी , मलिहाबाद व माल में आम के पेड़ों में आम कैरी के रूप में है। जिसकी बागवान बड़ी शिद्दत के साथ देखभाल कर रहा है आम बागवानों के अनुसार अब तक करीब चार से पांच बार विभिन्न रोगों की रोकथाम के लिए धुलाई करने के बाद आम इस स्थित में आया है।
लेकिन मौसम के उथल-पुथल के चलते आम की फसल पर नुकसान होने का डर लगातार सताता रहता है। बेमौसम हुई बरसात को लेकर केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमान खेड़ा के कृषि वैज्ञानिक पी.के. शुक्ला ने बताया कि आम की फसल के लिए यह बरसात फायदेमंद है। बरसात से आम के पेड़ों की धुलाई हो गई। जिससे लासी रोग समेत आम की फसल में लगने वाले अन्य रोगों की रोकथाम में सहायक होगी। जबकि गेंहू की फसल ,मसूर की फसल के लिए नुकसानदायक है।
मंडौली गांव निवासी आम बागवान मो. शरीफ ने बताया कि बरसात से आम के बागों में कोई नुकसान नहीं हुआ है जिसतरह से आम के पेड़ों में बौर (फूल) आए थे उसके एकॉर्डिंग फल नहीं बैठा वर्तमान समय में पेड़ों में झुमका लगा हुआ है। गांव अमेठिया सलेमपुर, कसमंडी, नजरनगर, औलियाखेड़ा, मौलवीखेड़ा, लालनगर, फूलबाग, शेखपुरवा, गोदामौज्जमनगर, नबीनगर सहित तमाम गांव के किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल तैयार थी कुछ खेतों में गेहूं की फसल कटी हुई पड़ी थी। बारिश से खेतों में जलभराव से कटी हुई फसल भीग गई,बारिश व तेज हवा से खड़ी गेंहू की फसल गिर गई जिससे भारी नुकसान हुआ है।
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