आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को एनएचएम में समायोजन कराने की मांग
बस्ती - सोमवार को कोविड-19 कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष विकास वर्मा के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। मांग किया कि कोविड-19 जनपद बस्ती एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का एनएचएम में समायोजन कराया जाय।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि कोविड-19 के समय स्वास्थ्य विभाग में लैब टेक्नीशियन, डाटा इन्ट्री ऑपरेटर की भर्ती जनपद बस्ती के जिला अस्पताल और समस्त सीएचसी पर की गई थी। इन कर्मचारियों ने अपनी जान दाव पर लगाकर लोगों की जान बचाने मे अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया और मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री ने भी कोरोना योद्धा कहकर पुष्पवर्षा से सम्मानित किया। जबकि स्वास्थ्य विभाग में उनकी कितनी आवश्यकता है यह पिछले 4 वर्षों से साबित हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग में जिस तरह से संविदा आउटसोर्स के जरिए कर्मचारियों को भर्ती कर पूरे ढांचे को कम्पनियों के अधीन किया जा रहा है वह न सिर्फ दक्ष कर्मचारियों के जीवन के साथ खिलवाड़ है अपितु जन स्वास्थ्य के सरकारी ढांचे की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
मांग किया गया है कि कोविड 19 के दौरान भर्ती किये गये कर्मचारियों की सेवायें निरन्तर सुचारू रूप से चालू रखी जाये जिससे उनके परिवार का पालन पोषण हो सके व उनको रोजगार प्राप्त हो सके। स्वास्थ्य विभाग में संविदा व आउटसोर्स के जरिये भर्ती कर्मचारियों को एन०एच०एम० में समायोजित किया जाये और कम्पनियों का मुनाफा कमवाने के बजाय कर्मचारियो को न्यूनतम वेतन सहित समस्त सुविधाएं देते हुए सामाजिक सुरक्षा की गारंटी की जाये।
महानिदेशक द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की अवधि प्रत्येक माह करके बढ़ा दी जाती है जिस कारण नौकरी पर खतरा बना रहता है तथा मानसिक व शारीरिक रूप से कर्मचारियों पर दबाव बना रहता है। इसकी अवधि एन०एच०एम० के नियमानुसार बढ़ाई जाये।
ज्ञापन सौंपने वालों में रमेश गुप्ता, अश्विनी कुमार, विकास त्रिपाठी आदि शामिल रहे।
About The Author

टिप्पणियां