डीजीपी ने किया 'सड़क सुरक्षा विमर्श' पुस्तक का विमोचन
यातायात सुरक्षा के सामाजिक-आर्थिक प्रभावों और निवारण पर केंद्रित है पुस्तक
लखनऊ। डीजीपी प्रशांत कुमार ने शुक्रवार 'सड़क सुरक्षा विमर्श' नामक पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिदेशक के स्टाफ ऑफिसर पूर्णेंदु सिंह द्वारा लिखित है। विमोचन कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति रही। इस पुस्तक में भारत में सड़क सुरक्षा और यातायात की वर्तमान स्थिति का व्यापक विश्लेषण किया गया है।
खास बात यह है कि लेखक ने न सिर्फ सड़क दुर्घटनाओं के कारण और उनके रोकथाम के उपायों पर ध्यान केंद्रित किया है, बल्कि इन दुर्घटनाओं के सामाजिक और आर्थिक प्रभावों को भी विस्तार से रेखांकित किया है। पुस्तक में सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों, ऑटोमोबाइल कंपनियों द्वारा चलाई जा रही परियोजनाओं, मोटर ट्रेनिंग स्कूलों और उनसे संबंधित गतिविधियों का संकलन भी प्रस्तुत किया गया है।
साथ ही, संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक संस्थाओं द्वारा इस क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को भी पुस्तक में सम्मिलित किया गया है, जो इसे एक उपयोगी संदर्भ ग्रंथ बनाता है। लेखक ने सुरक्षित सड़क यातायात परिवेश, प्रदूषण के विविध पहलुओं और आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था की भूमिका पर भी प्रकाश डाला है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों जैसे कि जागरूकता अभियान, सड़क सुरक्षा सप्ताह और अन्य सरकारी पहलों का भी उल्लेख किया गया है। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने अपेक्षा जताई कि इस पुस्तक को पुलिस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि पुलिसकर्मी इस विषय से लाभान्वित हो सकें और सड़क सुरक्षा की दिशा में और अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकें। कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण निदेशालय, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) और अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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