केजीएमयू : अब बच्चों के ट्रॉमा के लिए समर्पित टीम संस्थापित
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद के नेतृत्व में ट्रॉमा सेंटर ने एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए बच्चों के ट्रॉमा उपचार के लिए दो समर्पित बेड की व्यवस्था की है। ये जानकारी डॉ.प्रेम राज सिंह,सीएमएस,ट्रॉमा सेंटर,केजीएमयू ने दी।
उन्होंने बताया कि बच्चों में ट्रॉमा के मामले कुल ट्रॉमा मामलों का लगभग 13–15 प्रतिशत होते हैं। चूंकि बच्चों की शारीरिक रचना,शारीरिक क्रिया और भावनात्मक प्रतिक्रिया वयस्कों से भिन्न होती है,इसलिए इनके उपचार के लिए विशेष व्यवस्था आवश्यक है।
ट्रॉमा सेंटर के मुख्य अधीक्षक डॉ.प्रेम राज सिंह ने बताया कि इस उद्देश्य के लिए एक बहुविशेषज्ञ टीम का गठन किया गया है,जिसमें एनेस्थीसिया विशेषज्ञ,ट्रॉमा सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ, बाल शल्य चिकित्सक, बाल अस्थि रोग विशेषज्ञ और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ शामिल हैं। यह समर्पित टीम यह सुनिश्चित करेगी कि बच्चों को समय पर, केंद्रित और संवेदनशील देखभाल मिल सके, जिससे आपातकालीन स्थिति में कीमती समय बचाया जा सके।
यह पहल उत्तर प्रदेश में बच्चों की आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को एक नई दिशा देती है और केजीएमयू की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। एम्स दिल्ली ट्रॉमा सेंटर के बाद केजीएमयू देश का दूसरा ट्रॉमा सेंटर है जहाँ बच्चों के ट्रॉमा के लिए समर्पित टीम संस्थापित की गई है।
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