कर्तव्यों का निर्वहन खुद करने के साथ-साथ बड़े आन्दोलन की जरूरत : कौशल किशोर
लखनऊ। भारतीय संविधान में जनता के लिए बताये गये कर्तव्यों का पालन करने से अपराध मुक्त,जातीय विद्वेष की भावनाओं से मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, सामाजिक विषमता मुक्त व नशामुक्त समाज का निर्माण होगा।
ये बातें रविवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेई साइन्टिफिक कन्वेंशन सेन्टर में डॉ० अम्बेडकर की जयन्ती के पूर्व दिवस पर आयोजित वैचारिक सम्मेलन' में पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा। वैचारिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कौशल किशोर ने दावा किया कि यदि देश की आजादी के समय से जनमानस को नैतिक कर्तव्यों का निर्वहन कराने का कार्य किया गया होता तो आज समाज में अपराध न्यूनतम होते व नशामुक्त,भ्रष्टाचार मुक्त भारत बन गया होता।
बेईमानी करना,रिश्वतखोरी करना, जातीय विद्वेष मानना, जातिवाद व फिरकापरस्ती व तुष्टीकरण करना, नशा बेचना व नशा कराना, नई पीढ़ी के लोगों को सिखाना, जनद्रोही कार्य करना, विकसित भारत एवंआत्मनिर्भर भारत बनाने में सबसे बड़ी बाधा पहुंचाने वाला कार्य है।
उन्होंने कहा कि सभी लोगों को जनता के कर्तव्यों का निर्वहन खुद करने के साथ-साथ बड़े आन्दोलन की जरूरत है। इस सम्मेलन को उOप्र0 अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत व विधायक जयदेवी कौशल, विधायक अमरेश कुमार सैंकड़ों लोग उपस्थित रहें ।
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