राज्य ललित कला अकादमी ने पद्मजा कला संस्थान की प्रतिभाओं को दिये प्रमाण पत्र

कलाकारों का किया आवाहन बने भारतीय संस्कृति के दूत

राज्य ललित कला अकादमी  ने पद्मजा कला संस्थान की प्रतिभाओं को दिये प्रमाण पत्र

पद्मजा कला संस्थान जरूरतमंद कला साधकों को देगी स्कॉलरशिप

लखनऊ । राज्य ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र ने पद्मजा कला संस्थान से नृत्य और तबला वादन का प्रशिक्षण हासिल कर रहे प्रतिभावान कलाकारों को प्रमाण पत्र वितरित किया। यह कार्यक्रम संस्थान के भवन संख्या 19 / 331 इंदिरा नगर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर गिरीश चंद्र ने अपने सम्बोधन में कहा कि कहा गया है साहित्य, संगीत और कला से विहीन मनुष्य साक्षात नाखून और सींग रहित पशु के समान है। ऐसे में पद्मजा कला संस्थान विगत कई वर्षों से बाल, किशोर और युवाओं को ही नहीं उम्रदराज कला साधकों को संगीत में पारंगत करने का महती कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस समाज को अपनी संस्कृति पर गर्व नहीं होता है उसकी विश्व में पहचान नहीं बनती है। इसलिए उन्होंने कला साधकों का आवाहन किया कि वह भारतीय संस्कृति के विश्व दूत बनने का दायित्व निभाने का संकल्प लें।

संस्थान की सचिव और अंतरराष्ट्रीय कथक गुरु आकांक्षा श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक दो हजार से अधिक भारतीय ही नहीं विदेशी स्टूडेंट्स तक को वह कथक नृत्य का प्रशिक्षण दे चुकी हैं। उन्होंने इस अवसर पर आगामी योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पद्मजा कला संस्थान, जरूरतमंद कला साधकों को स्कॉलरशिप प्रदान करने जा रहा है। 
पद्मजा कला संस्थान के अध्यक्ष सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने शनिवार 19 अप्रैल को संस्थान परिसर में बताया कि बीते दिनों संस्थान की ओर से आयोजित वार्षिकोत्सव परंपरा 2025 में 70 स्टूडेंट्स ने नृत्य और तबला, वादन और गायन की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी थी। उसमें प्रतिभाग करने वाली प्रतिभाओं को शुक्रवार 18 अप्रैल को संस्थान के इंदिरा नगर स्थित भवन में सम्मानित करते हुए प्रमाण पत्र वितरित किये गए।

इसमें चार वर्षीय बाल कलाकारों से लेकर 50 वर्षीय वरिष्ठ कलाकार तक शामिल रहे। इस कार्यक्रम में लोकप्रिय कथक नृत्यांगना लवीना जैन भी उपस्थित रहीं। जिन स्टूडेंट्स को प्रमाण पत्र वितरित किए गए उनमें शीजा राय, आरोहणी चौधरी, सिमरन कश्यप, शैली मौर्य, खुशी मौर्य, गौरी शर्मा, नित्य निगम, विकास अवस्थी, प्रखर मिश्रा, अनीश रावत, अतुल माने, आदित्य गुप्ता, उन्नयन, वरुणिका, नायरा, ईशानी, साक्षी, अहाना, अद्विक, आराध्या, रियांश, निखिल, ज्योति, अनीश, मनन मिश्रा शामिल रहे। कथक का प्रशिक्षण जहां आकांक्षा श्रीवास्तव प्रदान कर रही हैं वहीं तबला वादन का प्रशिक्षण लखनऊ के जाने-माने तबला वादक पंडित विकास मिश्रा दे रहे हैं।

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