ई-रिक्शा और आटो यूनियन फिर आमने-सामने, जगह को लेकर विवाद
धमतरी। धमतरी शहर में ई-रिक्शा और आटो चालकों के बीच विवाद थम नहीं पाया है। आए दिन निश्चित रूट में वाहन संचालन को लेकर विवाद होता है। एक बार फिर शनिवार को ई-रिक्शा और आटो चालक यूनियन आमने-सामने हो गए हैं। वजह बस स्टैण्ड में ई-रिक्शा चालकों को जगह नहीं मिलने की है। सभी ई-रिक्शा चालकों ने पुरानी मंडी में एकत्रित होकर बैठक में अपना विरोध जताया। तहसीलदार ने सलाह दी तब जाकर विवाद थमा। धमतरी में अब ई-रिक्शा की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिससे कई बार आटो चालकों के साथ विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। मुख्य मुद्दा बस स्टैण्ड में ई-रिक्शा चालकों को जगह नहीं मिलने का रहता है। शनिवार को सभी ई-रिक्शा चालको ने काम बंदकर पुराने कृषि मंडी में एकत्रित होकर अपना विरोध जताया। सूचना मिलने पर तहसीलदार, यातायात पुलिस मौके पर पहुंचे। उनकी समस्या का हल निकालकर बस स्टैण्ड में जगह आरक्षित किया गया। धमतरी में एक हजार से अधिक ई-रिक्शा है। जिसमें सिर्फ 150-200 ही पंजीकृत हैं। सड़क में अचानक ई-रिक्शा रोक देने से दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। ई-रिक्शा यूनियन के सलीम ने बताया कि बस स्टैण्ड में उनके चालकों को जगह नहीं दी जाती है। सवारी लेने पर भी मना किया जाता है। ऑटो वाले गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। हम चाहते हैं कि बस स्टैण्ड में हमको भी जगह दी जाए। महंगी गाड़ी खरीदकर लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए ई-रिक्शा का संचालन करते हैं। कई लोगों को किश्त भी पटाना होता है।
ई-रिक्शा चालक पिंकी गायकवाड़ और राजकुमारी हिरवानी ने बताया कि अक्सर ऑटो चालक गाली-गलौच कर लड़ाई झगड़ा करते हैं। बस स्टैण्ड के अलावा चौक-चौराहों, गंगरेल में भी सवारी लेने पर विवाद करते हैं। सभी अपने-अपने रोजी-रोटी के लिए आए हैं। उनको भी अपना काम करना चाहिए और हमें भी करने देना चाहिए। ऑटो यूनियन के साहिल अहमद ने बताया कि ई-रिक्शा चालक भी अक्सर विवाद करते हैं। बस स्टैण्ड में दोनों पक्षों के लिए अलग-अलग स्थान निर्धारित करना चाहिए। उनके साथ कभी कोई मारपीट नहीं की जाती है। तहसीलदार सूरज बंछोर ने बताया कि ई-रिक्शा चालकों की शिकायत थी कि उन्हें बस स्टैण्ड में जगह नहीं दी जाती। निगम से चर्चा कर होटल आशियाना के बाजू में जगह दिया गया है। वहीं अपने वाहनों को खड़ी करेंगे।
यातायात पुलिस ने दी सलाह
इस दौरान पहुंचे यातायात एएसआई भेनू वर्मा ने ई-रिक्शा चालकों को सलाह दी कि बिना लायसेंस और नशे की हालात में कोई भी वाहन न चलाएं। नाबालिग को वाहन चलाने न दें। चौक-चौराहों में वाहनों को खड़ा न करें। सवारी के रोकने पर अचानक तुरंत सड़क पर ही गाड़ी को न रोककर धीरे करते हुए किनारे में वाहन खड़ा करें। जिससे यातायात प्रभावित न हो।
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