जीपीओ में शहीद हुए भारतीयों की श्रद्धांजलि सभा
लखनऊ। कश्मीर के पहलगाम में हुए नरसंहार के विरोध में गुरुवार जीपीओ लखनऊ में पहलगाम (कश्मीर) में शहीद हुए भारतीयों के प्रति श्रद्धांजलि सभा और कैंडल मार्च का आयोजन हुआ। कश्मीर के पहलगाम में मारे गए 28 निर्दोष पुरुषों के लिए अपना गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार से कठोरतम कार्यवाही करने का अनुरोध किया।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक रजा हुसैन रिज़वी ने कहा है कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने अपनी कायरता का परिचय देते हुए निर्दोष लोगों को अपना निशाना बनाया। पूरे देश में आक्रोश की भावना व्याप्त है। देश का बच्चा-बच्चा इस घटना से दुखी है। हिंदुस्तान का प्रति व्यक्ति सरकार से मांग कर रहा है कि इन आतंकवादियों को सख्त से सख्त सजा दें। इनके सर पर जिनके हाथ है उनको भी को बेनकाब करें उन्होंने कहा कि इस प्रकार की आतंकी हरकत को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर डॉक्टर शौकत खान ने कहा कि आतंकवाद का कोई भी धर्म और मजहब नहीं होता है। वह डर का माहौल पैदा कर अपनी रोटियां सीखना चाहते है उन्होंने कहा कि भारत की एकता और अखंडता को कोई भी तोड़ नहीं सकता है। जब भी इस तरीके की घटनाएं आतंकवादी करते हैं तो देश का व्यक्ति आगे जाकर इनका मुकाबला करता है। इस अवसर पर गौसिया खान ने कहा कि आज पूरा हिंदुस्तान सड़कों पर उतरकर इन आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारत सरकार घटना पर कठोर कार्यवाही करेगी इस अवसर पर हाई कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता नुसरत जहां ने इस घटना की कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए सरकार से मांग की है कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए I
इस अवसर पर उपस्थित अन्य लोगों में संगठन संयोजक आलोक चतुर्वेदी,अंसार अहमद, प्रो. माहरूख मिर्ज़ा, धर्मेंद्र कुमार त्रिपाठी, गौसिया खानम, प्रो. डॉ शौकत खान, जीशान अहमद, बिलाल वारसी,सैदुल्लाह खान,मोहम्मद ताहिर, अधिवक्ता अनिरुद्ध कुमार सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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