योगा टीचर को डिजिटल अरेस्ट कर आठ लाख ठगी
इंदिरा नगर थाना क्षेत्र का मामला
लखनऊ। साइबर ठगों ने एक योगा टीचर को मनी लांडरिंग केस में जेल भेजने का डर दिखाकर आठ लाख रुपए ठग लिए। साइबर ठग करीब 24 घंटे तक उन पर वीडियो कॉल और वॉट्सऐप कॉल से निगरानी बनाए रहे। पीड़िता पूरे परिवार को जेल जाने से बचाने के लिए अपनी तीन एफडी तुड़वाकर पैसे साइबर ठगों के बताए खाते में भेज दिए। साइबर थाना पुलिस पीड़ित की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
जानकारी के मुताबिक इंदिरानगर मुंशी पुलिया सूर्या इन्क्लेव में शोभा रानी रहती हैं। नेशनल होम्योपैथिक कालेज में योगा टीचर शोभा रानी ने पुलिस को बताया कि आठ अप्रैल को वॉट्सऐप पर वीडियो कॉल आया।
जिस पर कोलाबा पुलिस स्टेशन दिखा रहा था। फोन करने वाले ने अपना नाम अजय भास्कर बताते हुए बात की। उसने कहा कि वह कोलाबा पुलिस स्टेशन मुंबई में सब इंस्पेक्टर है। आपका नाम नरेश गोयल के मनी लांडरिंग केस में आया है। जिसमें आपके कैनरा बैंक अकाउंट का यूज हुआ है। जिसका पैसा वूमेन एवं चाइल्ड ट्रैफिकिंग में प्रयोग हुआ है। हमारा कैनरा बैंक में कोई खाता नहीं है, कहने के बाद भी वह नहीं माना। उसके बाद उसने एफआईआर दर्ज होने की बात कह कई कागज वॉट्सऐप पर भेज दिए। जिससे डर गई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि फोन करने वाला लगातार पूरे परिवार को जेल भेजने की धमकी दे रहा था। जबकि हम बार-बार कह रहे थे कि हम कभी मुंबई गए तक नहीं। उसके बाद उसने कहा कि आपके पीछे सादे कपड़ों में पुलिस लगी है, आपके नंबर सर्विलांस पर हैं।
यदि आप इस परेशानी से बचना चाहती हैं तो मुझसे संपर्क बना कर रखिए। इसके चलते आठ अप्रैल सुबह 9.45 से 9 अप्रैल दोपहर तक बात की और मुझे जेल भेजने की धमकी देता रहा। जिसके चलते उसके कहने पर यह बात परिवार में किसी को नहीं बताई। सात ही उसके बताए खाते में आठ लाख रुपए जमा करा दिए। जिनको तीन एफडी तुड़वाकर एकत्र किए थे। पैसा भेजने के बाद फोन और मैसेज का जवाब न मिलने पर ठगी का एहसास हुआ। जिसके बाद इंदिरानगर चौकी गई। जहां से साइबर थाना भेजा गया।
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